Agra Metro Rail Project: अच्छा प्रयास, मेट्रो की गाड़ियों से नहीं होंगी आगरा की सड़कें गंदी
Agra Metro Rail Project बमरौली कटारा स्थित कास्टिंग यार्ड में लगी आटोमेटिक व्हील वाश मशीन। जिले में पहली बार किसी निर्माणदायी संस्था ने मशीन का किया है प्रयोग। हर यार्ड से बाहर निकलने या फि आने के बाद हर गाड़ी के टायरों की आसानी से धुलाई हो सकेगी।
आगरा, जागरण संवाददाता। उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट में नजीर पेश की है। पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए एक अहम कदम उठाया है। जिले में पहली बार किसी निर्माणदायी एजेंसी ने आटोमेटिक व्हील वाश मशीन का प्रयोग किया है। यह मशीन बमरौली कटारा स्थित यास्टिंग यार्ड में लगाई गई है। हालांकि यह पहली मशीन नहीं है, इससे पूर्व पीएसी ग्राउंड में भी एक मशीन लग चुकी है। ग्राउंड से बाहर जो भी गाड़ी जाती है, पहले उसके टायरों की अच्छी तरीके से धुलाई होती है फिर उसे बाहर निकलने दिया जाता है। इसका फायदा यह होता है कि निर्माण कार्य के दौरान मिट्टी टायरों में चपक जाती है। इससे सड़कें गंदगी होती हैं। बमरौली कटारा स्थित कास्टिंग यार्ड से हर दिन दो दर्जन से अधिक गाड़ियां बाहर निकलती हैं। यह विभिन्न गर्डर सहित अन्य को लाती हैं या फिर अन्य कार्य में इनका प्रयोग किया जाता है।
छह रिग मशीनों से पाइलों की हो रही खोदाई
आगरा मेट्रो प्राेजेक्ट में छह रिग मशीनों से पाइलों की खोदाई चल रही है। यह कार्य फतेहाबाद रोड पर चल रहा है। जहां ताज पूर्वी गेट्र, बसई और फतेहाबाद रोड स्टेशन का निर्माण होगा। यह तीनों एलीवेटेड स्टेशन होंगे।
- बमरौली कटारा के कास्टिंग यार्ड में आटोमेटिक व्हील वाश मशीन लग गई है। हर यार्ड से बाहर निकलने या फि आने के बाद हर गाड़ी के टायरों की आसानी से धुलाई हो सकेगी। धुलाई से जो भी पानी होगा, उसका यूज अन्य कार्यों में किया जाएगा।
अरविंद कुमार, परियोजना निदेशक आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट