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रालोद ने चुने अपने हथियार, अबकी बार आइटी और कार्यकर्ताओं के दम पर करेंगे चुनावों में वार

रालोद ने बनाई चुनावी रणनीति। चुनावों में विरोध दल को आइटी वार से ध्वस्त करने की चल रही तैयारी।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 02:43 PM (IST)Updated: Sun, 11 Nov 2018 02:43 PM (IST)
रालोद ने चुने अपने हथियार, अबकी बार आइटी और कार्यकर्ताओं के दम पर करेंगे चुनावों में वार
रालोद ने चुने अपने हथियार, अबकी बार आइटी और कार्यकर्ताओं के दम पर करेंगे चुनावों में वार

आगरा [जेएनएन]: राष्ट्रीय लोकदल की मथुरा के राया ब्लॉक संगठन की बैठक जिलाध्यक्ष रामरसपाल पौनिया जी की अध्यक्षता में रविवार को रावण टीला पर हुई। राया के कार्यकतओं ने जिलाध्यक्ष रामरस पाल पौनिया, पूर्व अध्यक्ष अनूप सिंह, डॉ. अशोक अग्रवाल और प्रदेश महासचिव राजेन्द्र सिकरवार का पगड़ी पहनाकर स्वागत किया।

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जिलाध्यक्ष रामरस पाल पौनिया ने कहा की कार्यकर्ता ही पार्टी की मजबूत धुरी होती हैं। कार्यकर्ता एकजुट होंगे तभी पार्टी के हित में कार्य हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी हर कार्यकर्ता का सम्मान करती है। इस दौरान कुंवर राघवेंंद्र सिंह, मुकेश चौधरी, सदस्य जिला पंचायत खजान सिंह, प्रधान पं शंकरलाल गौतम, उमेश चौधरी आदि मौजूद रहे।

रालोद चुनाव में करेगा विरोधियों पर आइटी वार

राष्ट्रीय लोकदल राजस्थान में होने जा रहे विधान सभा चुनाव से लेकर आगामी लोक सभा चुनाव में अपने विपक्षियों से जमीन से लेकर सोशल मीडिया तक पर लड़ाई लडऩे जा रहा है। पार्टी के इस आईटी वार के फोकस में युवा वर्ग को रखा जा रहा है। उन तक सियासी घटनाक्रम और संगठन की गतिविधियों की पल-पल की जानकारी पहुंचाई जा रही है।

फेसबुक, वाट्सएप, ट््िवटर और यू ट्यूब को रालोद अपना हथियार बना रहा है। जनसभा और कार्यक्रम स्थलों का लाइव टू वे कम्युनिकेशन के साथ किया जाएगा। मैसेज, फोटो, ऑडियो और वीडियो क्लिप और स्पीच ङ्क्षलक भी कार्यकर्ताओं और फॉलोअर को भेजे जाएंगे। उनका मोबाइल डाटा एकत्र किया जा रहा है।

रालोद के पूर्व मीडिया प्रभारी उमेश चौधरी ने बताया कि संगठन की नीति-रीति, सिद्धांत और एजेंडा के प्रचार-प्रसार को पार्टी उपाध्यक्ष जयंत चौधरी की सलाह पर एक डिजाइन भी तैयार कराया जाएगा। फिलहाल वॉयस मैसेज भेजकर कार्यकर्ताओं को स्थानीय स्तर पर आयोजित हो कार्यक्रमों की जानकारी दी जा रही है। निष्क्रिय कार्यकर्ताओं की तलाश कर उनको सक्रिय करने के लिए भी पार्टी सोशल मीडिया की मदद ले रही है। राजस्थान में होने जा रहे विधान सभा चुनाव में भी जिले के कार्यकर्ताओं के सगे संबंधी जो राजस्थान में निवास करते हैं, उनको भी पार्टी से जोडऩे के प्रयास सोशल मीडिया के माध्यम से किए जा रहे हैं।


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