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25 अप्रैल से 18 मई: आफत से राहत तक का सफर

आक्सीजन के लिए खत्म हुई मारामारी कोविड कंट्रोल सेंटर पर सिर्फ एक काल आई

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 May 2021 07:47 PM (IST)Updated: Tue, 18 May 2021 07:47 PM (IST)
25 अप्रैल से 18 मई: आफत से राहत तक का सफर
25 अप्रैल से 18 मई: आफत से राहत तक का सफर

आगरा, जागरण संवाददाता। 25 अप्रैल 2021..कोरोना के कहर से कराहता शहर। कोरोना के संक्रमण से निष्क्रिय होते फेफड़ों को आक्सीजन के लिए हताश-परेशान लोग। अस्पतालों के बाहर हाथ जोड़े रोते-बिलखते लोग। आक्सीजन के लिए एक सिलेंडर के लिए अधिकारियों के यहां गुहार लगाते फरियादी। आक्सीजन प्लांट के बाहर बेबसी की लंबी लाइन। हालात के आगे लाचार इन लोगों को बस एक ही आस..कहीं से भी, कैसे भी आक्सीजन का एक सिलेंडर मिल जाए। हालात से हारती एक वो तारीख थी और कठोर परिश्रम व लगन की गवाही देती अब एक यह तारीख है। जब आक्सीजन की मदद के लिए सिर्फ एक ही फरियाद आई।

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नगर निगम, स्मार्ट सिटी कार्यालय में बने कोविड कंट्रोल सेंटर पर 18 मई को सिर्फ 25 काल आईं। इनमें से आक्सीजन की मदद के लिए सिर्फ एक ही काल आई। यही हाल 17 मई को था। जबकि 25 अप्रैल को इस सेंटर पर 739 काल आई थीं। इनमें से 376 काल सिर्फ आक्सीजन की मदद के लिए आई थीं। कोविड कंट्रोल सेंटर का रिकार्ड बताता है कि शहर में आक्सीजन की किल्लत लगभग खत्म हो गई है। हालांकि इस बीच कोरोना संक्रमितों का ग्राफ भी तेजी से गिरा है। 25 अप्रैल को जहां 437 कोरोना केस निकले थे वहीं, 18 मई को सिर्फ 96 केस ही निकले। ऐसा दिन फिर न आए

शास्त्रीपुरम निवासी साहिल बताते हैं कि कोरोना संक्रमित उनके पिता राजपुर चुंगी स्थित एक अस्पताल में भर्ती थे। अस्पताल प्रबंधन ने अचानक आक्सीजन की कमी का हवाला देते हुए मरीज को कहीं और ले जाने की कह दिया। हमने कई अस्पतालों में प्रयास किया लेकिन हर जगह आक्सीजन किल्लत का हवाला दिया गया। फिर बड़ी मुश्किल से घंटों के प्रयास के बाद आक्सीजन का एक सिलेंडर उपलब्ध हो पाया। तब जाकर पिता की जान बची। सैफई ले जाना पड़ा

अलबतिया रोड निवासी सुधीर के पिता कोरोना संक्रमित थे। 25 अप्रैल को वह अपने पिता को लेकर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल के चक्कर काटते रहे लेकिन कहीं कोई जगह नहीं मिली। कहीं बेड खाली नहीं था तो कहीं आक्सीजन की कमी का हवाला दिया गया। इसी बीच कहीं से जानकारी मिली कि सैफई में आक्सीजन उपलब्ध है। ऐसे में वह अपने पिता की जान बचाने के लिए सैफई स्थित सरकारी अस्पताल में ले गए।

काफी राहत है

कोविड कंट्रोल सेंटर की कमान संभाल रहे पीओ डूडा मुनीश राज स्वरूप का कहना है कि अप्रैल का आखिरी सप्ताह काफी दिक्कतों भरा था। मदद के लिए काफी काल आ रही थीं। तब आक्सीजन के लिए भी बहुत काल आई थीं। अब हालात सामान्य हो गए हैं। मई में स्थिति

तारीख काल

18 1

17 1

16 3

15 3

14 7

13 3

अप्रैल में स्थिति

तारीख काल

25 376

26 352

27 284

28 221

29 173


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