Smuggling: सहालग में काम नहीं मिला तो बन गई गांजा तस्कर, जानिए युवती कैसे जुड़ी गिरोह से
Smuggling कैंट स्टेशन पर गांजे के साथ पकड़ी गई दिल्ली की युवती। शादियों में करती थी मेहमानों का स्वागत करने का काम। आरपीएफ और जीआरपी ने रविवार को आगरा कैंट स्टेशन से तीन गांजा तस्कर पकडे़। गांजा तस्करों ने जीआरपी और आरपीएफ से बचने को अपना तरीका बदल दिया है।
आगरा, जागरण संवाददाता। शादियों में आने वाले मेहमानों का स्वागत का काम करने वाली युवती गांजा तस्कर बन गई। कोरोना संक्रमण काल में शदियों में 50 मेहमानों की संख्या सीमित होने के चलते काम न मिला तो दिल्ली की युवती ने गांजा तस्करी करने का काम चुन लिया। पहली बार तस्करी में ही पुलिस ने पकड़ लिया।
आरपीएफ और जीआरपी ने रविवार को आगरा कैंट स्टेशन से तीन गांजा तस्कर पकडे़। इसमें दिल्ली की रहने वाली एक युवती भी है। युवती का नाम निधि है। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वो शादियों में गेट पर मेहमानों का स्वागत करने का काम करती है, लेकिन इस बार शदियों में मेहमानों की संख्या सीमित होने के चलते उसे काम नहीं मिला। ऐसे में दीपक नाम के एक युवक ने उसे सिकंदराबाद से गांजा तस्करी के लिए एक चक्कर के पांच हजार रुपये देने की बात कही। इसके साथ उसे दिल्ली से विशाखापट्टनम तक हवाई जहाज का टिकट कराया। काम न होने के कारण वो उसकी बात में आ गई। पुलिस ने बताया कि आरोपित युवती का कहना है कि वो पहली बार ही गांजा ले जा रही थी। उसे दिल्ली में गांजे की डिलीवरी देनी थी। मगर, वो पहली बार में ही पकड़ी गई।
तस्करी में शामिल हुई युवतियां
गांजा तस्करों ने जीआरपी और आरपीएफ से बचने को अपना तरीका बदल दिया है। पहले तस्करी का काम पुरुष करते थे, लेकिन पुरुष पर शिकंजा कसने के बाद तस्करों ने युवती और महिलाओं को शामिल किया है। लाक डाउन के बाद से ही जीआरपी ने तस्करी में आठ युवती और महिलाओं को गिरफ्तार किया है।