फैंस निराश पर नहीं छोड़ी उम्मीद, बाेले काहे का कांट्रैक्ट, माही ही दिलाएंगे वर्ल्ड कप Agra News
बीसीसीआइ की सेंट्रल कांट्रैक्ट लिस्ट से धौनी के बाहर होने से फैंस का रिएक्शन।
आगरा, जागरण संवाददाता। बीसीसीआइ की नई कांट्रैक्ट लिस्ट से धौनी को बाहर किया जाना शहर में माही के फैंस को भा नहीं रहा है। फैंस धोनी के योगदान का हवाला देते हुए अब भी टीम में उनकी जरूरत जता रहे हैं। क्रिकेट विशेषज्ञ बीसीसीआइ के इस रवैये को धौनी जैसे बड़े खिलाड़ियों के लिए सही नहीं बता रहे हैं।
गुरुवार को बीसीसीआइ ने खिलाड़ियों की नई कांट्रैक्ट लिस्ट जारी की और इसमें से धौनी को किनारे कर दिया तो ताजनगरी में माही के फैंस में बेहद निराशा दिखी। शहर में माही के एक बुजुर्ग फैन से जब इस बारे में पूछा गया तो वह आखें तरेरकर बोले- काहे का कांट्रैक्ट भाई! तुम देख लेना इस साल टी-20 वर्ल्डकप धौनी ही जिताएगा। आइपीएल में हमारा माही ऐसा धमाल मचाएगा कि चयनकर्ताओं को उसे टीम में लेना ही पड़ेगा।
इधर, बीसीसीआइ के इस निर्णय को शहर के युवा क्रिकेटर और विशेषज्ञों ने बड़े खिलाड़ियों के लिए गलत रवैया बताया। धौनी से पहले सचिन, गांगुली, द्रविड़, सहवाग, गंभीर के साथ भी हुए इस तरह के मामलों का जिक्र किया। वहीं कुछ यह कहते हुए भी दिखे की धौनी का एक समय था जो अब नहीं रहा। ऐसा होता है। युवाओं को भी मौका मिलना चाहिए।
क्या बोले खेल प्रेमी
वैसे हर खिलाड़ी के जीवन में यह दौर आता है पर इस साल आस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप को देखते हुए धौनी का टीम में बहुत महत्व बनता है। उनका अनुभव अब भी टीम को जीत दिला सकता है।
सर्वेश भटनागर, पूर्व रणजी प्लेयर
बीसीसीआइ की अपनी गाइड लाइन होती है। पर धौनी एक बहुत बड़े प्लेयर हैं। उनके जैसा फिनिशर अब भी टीम में नहीं है। वो मैदान पर वापसी करेंगे तो सबको अच्छा लगेगा।
तजिंदर सिंह, रणजी प्लेयर
हमारे देश में ऐज फैक्टर ज्यादा मायने रखता है पर हमें हम धौनी की परफारमेंस और फिटनेस देखनी होगी। नए खिलाड़ी अब भी उनके सामने नहीं टिक पा रहे।
कृष्णकांत उपाध्याय, रणजी प्लेयर
यह निराश करने वाला निर्णय है। धौनी अब भी इंडिया क्रिकेट की बहुत सेवा कर सकते हैं। मैदान पर माही जैसा कोई नहीं है। धोनी सम्मान के हकदार हैं।
नरेंद्र शर्मा, कामेंटेटर
ताजनगरी में पैराट्रूपर बने थे माही
भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल और क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का आगरा से गहरा नाता रहा है। यहीं पर धौनी को पैराट्रूपर का तमगा मिला है। मलपुरा ड्रॉपिंग जोन में एएन-32 से पांच सफल जंप लगाई थीं। एयरफोर्स स्टेशन में माही को पैराट्रूपर का तमगा मिला था।
ले. कर्नल महेंद्र सिंह धौनी छह अगस्त 2015 को आगरा आए थे। सात अगस्त को 16 पैरा बिग्रेड में मेडिकल टेस्ट हुआ। एयरफोर्स स्टेशन स्थित पैरा ट्रेनिंग स्कूल में सात दिन तक पैराशूट से कूदने की ट्रेनिंग दी गई। पैरा जंपिंग के लिए उन्हें शारीरिक व मानसिक तौर पर तैयार किया गया।
8वें दिन माही ने एएन-32 से 12 हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई। महेंद्र सिंह धौनी से पहले क्रिकेट के एक और सितारे कपिल देव को भी भारतीय सेना लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि से सम्मानित कर चुकी है। धौनी की तरह कपिल ने भी भारतीय क्रिकेट टीम को 1983 में विश्व कप दिलाया था। कपिल ने सितंबर 2008 में भारतीय टेरीटोरियल आर्मी ज्वाइन की थी लेकिन पैरा जंपिंग जैसी किसी गतिविधि में भाग नहीं लिया।
पैरा कमांडो का गढ़ है आगरा
आगरा स्थित पैरा ट्रेनिंग स्कूल पैरा कमांडो का गढ़ है। मलपुरा ड्राॅपिंग जोन में हर साल 45 हजार के करीब जंप होती हैं। श्रीलंका सहित अन्य देशों के जवान यहां ट्रेनिंग लेने के लिए आते हैं।