रजा मुराद हुए ताज के मुरीद, शायरियों में बांध दी मीनार ए मोहब्बत की खूबसूरती Agra News
तीन दिवसीय ग्लोबल ताज फिल्म फेस्टिवल में शामिल होने आए फिल्म अभिनेता ने किया शनिवार को ताज का दीदार।
आगरा, जागरण संवाददाता। संगरमरमरी मीनार ए मोहब्बत ताज महल की खूबसूरती इतनी है कि इस पर साहित्यकारों ने अपनी कलम में बांध सैंकड़ों पुस्तकों में उकेर दिया है। ताज महल का बेपनाह हुस्न जाने कितने ही शायरों की प्रेरणा बनता रहा है और ये सिलसिला अनवरत आज भी जारी है। अपनी आवाज के जादू से रूपहले पर्दे पर अलग पहचान बनाने वाले फिल्म अभिनेता रजा मुराद भी दुनिय के इस अजूबे की खूबसूरती के मुरीद हुए बिना न रह सके। शनिवार सुबह मुराद ने जब ताज का दीदार किया तो बस शायरी के साथ उसकी सुंदरता की प्रशंसा करते रहे।
शुक्रवार को तीन दिवसीय ताज फिल्म फेस्टिवल में शामिल होने के लिए आगरा पहुंचे रजा मुराद ने शनिवार सुबह ताज का भ्रमण किया। घंटों तक ताज की खूबसूूूूरती वे निहारते रहे और तारीफों में शायारियां कहते रहे। यहां उन्होंने जमकर फोटो भी खिंचवाए। डायना सीट का मोह भी उनमें कम न दिखा। साथ ही देश की स्वर कोकिला लता मंगेशकर की अच्छी सेहत के लिए दुआएं भी मांगी। पर्यटकों ने जब अभिनेता देखा तो उनके साथ सेल्फी लेने वालों की होड़ सी लग गई।
इससे पूर्व शुक्रवार को ग्लोबल फिल्म फेस्टिवल के दौरान उन्होंने कहा था कि ताजनगरी में फिल्म उद्योग को लुभाने की अपार संभावनाएं हैं। देश में सबसे ज्यादा सब्सिडी उप्र में ही मिलती है। यहां शूटिंग के लिए नियम आसान व सिंगल विंडो सिस्टम लागू हो, फिल्म सिटी और स्टूडियो बनें, तो ज्यादा निर्देशक फिल्म शूटिंग को आएंगे।
फिल्म अभिनेता रजा मुराद ने कहा कि आगरा हर फिल्मकार को लुभाता है। यहां लोकेशन और खूबसूरती की कोई कमी नहीं। सरकार ने काफी काम भी किया है। यहां सिर्फ नियमों को आसान कर सिंगल विंडो सिस्टम लागू करना होगा। साथ ही मुंबई से सीधे एयर कनेक्टिविटी, फिल्म सिटी की स्थापना और स्टूडियो खोलने की जरूरत है। सरकार चाहे, तो नियम बनाकर फिल्म में 20 फीसद कास्टिंग स्थानीय कलाकारों की भी करा सकती है।
अयोध्या मामले पर फैसला शानदार
फिल्म अभिनेता रजा मुराद ने कहा कि अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला शानदार है। इससे अच्छा समाधान हो ही नहीं सकता था। लोगों ने काफी आशंकाएं जताई कि बवाल होगा, हंगामा होगा, लेकिन यह देश गंगा-जमुनी संस्कृति का देश है, जो फैसले के बाद दिखा। सभी ने इसे बाहें खोलकर स्वीकार किया।