इस मौसम में मन भा लेगा कीठम का नजारा, सूर सरोवर पक्षी विहार में पक्षियों का अनूठा है कलरव
आगरा−मथुरा हाइवे पर कीठम में सूर सरोवर पक्षी विहार को दो साल पहले ही रामसर साइट घाेषित किया गया है। सर्दी के मौसम में यहां विदेशी पक्षियों का डेरा रहता है लेकिन अमूमन सालभर ही प्राकृतिक नजारा खूबसूरत है।
आगरा, जागरण संवाददाता। मौसम सुहाना है, यदि आसपास कहीं घूमने जाने का इरादा है तो कीठम अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। कीठम स्थित सूरसरोवर पक्षी विहार विदेशी पक्षियों की पसंदीदा जगह रही है। नवंबर से यहां पक्षी आना शुरू हो जाते हैं, जो फरवरी-मार्च तक रहते हैं। दो साल पहले इसे रामसर साइट घोषित किया गया था। हर साल यहां हजारों विदेशी पक्षी आते हैं। हर साल पक्षियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। यहां आने वाले पक्षियों में सबसे ज्यादा पेलिकन और बार हेडेड गूज की संख्या है। यहां 165 से ज्यादा प्रवासी और अप्रवासी पक्षियों की प्रजातियां आती हैं। लांग ड्राइव और प्राकृतिक नजारे देखने के लिए ये जगह मुफीद है।
साल - विदेशी पक्षी
2019-20- 8819
2020-21- 5233
2021-22- 7500
साल देसी पक्षी
2019-20- 17512
2020-21- 14240
2021-22- 13033
- पक्षी विहार में लंबे समय तक टिकने वाले पक्षियों में पेलिकन, बार हेडेड गूज व ग्रे लेग गूज हैं, जो नवंबर से मार्च माह तक रुकते हैं।
- इस साल सबसे कम संख्या में विसलिंग टील, कूट व फ्लेमिंगो पक्षी आए हैं।
2021-22 में आए पक्षियों के आंकड़े
रोजी पेलिकन 715, हेडेड गूज 1785, ब्लैकविंग स्टील 235, ग्रेटर फ्लैमिंगो 12, सुरखाब 45, पेलिकन 217, नार्थन सोबलर, 605, सीगल 12, ग्रेडेड फ्लाई कैचर 92, ग्रीन वेबलर 165, रेड क्रस्टैड पोचार्ड 415, पैड एबोसेंड 135, सैंड पाइपर 95, सैलो 115, कोमन स्टील 277, स्पू्नबिल 60, ग्रेट कार्वोरेंट 400 आदि।
पक्षी विहार में आने वाले पक्षियों की प्रजातियां
सूर सरोवर पक्षी विहार में अक्टूबर से मार्च तक बार हेडेड गूज, फ्लेमिगों, पेलिकन, स्पून बिल, कूट, रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, ग्रे क्रेस्टेड्र ग्रेब, ब्लैक टेल्ड गोविट, शावलर, ग्रे लेग गूज, कामन ग्रीन शेंक, कारमोरेंट, कामन सैंडपाइपर, स्पट बिल्ड डक, कांगो डक, व्हिसलिग टील, ब्लैक नेक्ड स्टार्क का कलरव सुनाई देता है।
एक नजर में सूर सरोवर पक्षी विहार
- सूर सरोवर पक्षी विहार का गजट 27 मार्च, 1991 को हुआ था।
- पक्षी विहार 400 हेक्टेअर क्षेत्र में फैला है।
- 300 हेक्टेअर क्षेत्र में मानव निर्मित झील है। इसे गर्मियों में आगरा को पानी की आपूर्ति के लिए बनाया गया था।
- विहार में करीब प्रवासी और अप्रवासी पक्षियों की 165 से ज्यादा प्रजातियां आती हैं, जो झील व जमीन पर रहती हैं।
- यहां झील में करीब 60 प्रजाति की मछलियां हैं।
पक्षी विहार में सबसे ज्यादा पेलिकन और बार हेडेड गूज आते हैं।इस साल वाटर बर्ड्स में 60 प्रजातियों के पक्षी स्पाट किए गए थे।इस साल पक्षियों की संख्या काफी अच्छी थी
- योगेश सिंह, डिप्टी रेंजर, सूरसरोवर पक्षी विहार