Raksha Bandhan 2020: त्योहार पर कोरोना का कहर, बाजार में न स्टॉक न ही ग्राहक
Raksha Bandhan 2020 राखी का नया स्टॉक न आने से गिनीचुनी दुकानें ही सजीं। गली- मोहल्लों में जरूर पहुंच रहे फेरी वाले।
आगरा, जागरण संवाददाता। रक्षाबंधन में सात दिन रह गए हैं, मगर बाजार में रक्षाबंधन की चमक दिखाई नहीं दे रही। इसे कोरोना का असर ही कहेंगे कि इस बार राखियों से सजे रहने वाले बाजारों में कम ही दुकानें नजर आ रही हैं। गलियों में जरूर राखी बेचने वाले पहुंच रहे हैं। उनके पास भी नया स्टॉक नहीं है। बाजार बंदी को लेकर मिष्ठान विक्रेता भी परेशान हैं।
रक्षाबंधन से पहले ही बाजारों में राखियों की चमक दिखाई देने लगती थी। इस बार कोरोना के चलते हुई बंदी के कारण राखी का ज्यादा नया स्टॉक तैयार नहीं हो पाया है। ऐसे में जिन लोगों के पास पुराना स्टॉक था, उन्होंने दुकानें सजा ली हैं। राजा मंडी बाजार में इस साल राखी की गिनीचुनी दुकानें लगी हैं, जबकि पिछले सालों में पूरा बाजार राखियों से पटा नजर आता था। इसी तरह लुहार गली में भी रक्षाबंधन की चमक कम दिखाई दे रही है। कमला नगर, शाहगंज, बेलनगंज, जयपुर हाउस, राजपुर चुंगी में भी गिनीचुनी दुकानों पर राखी हैं। इसमें भी नया स्टॉक कम है। इसके अलावा राखी के दाम 50 फीसद तक बढ़ गए हैं।
पोस्ट ऑफिस में लगी लाइन
रक्षाबंधन पर राखी भेजने के लिए सोमवार को डाकघरों में स्पीड पोस्ट करने वालों की लाइन लगी रही। संजय प्लेस, प्रतापपुरा, आगरा फोर्ट, सिकंदरा पोस्ट ऑफिस में लोगों की लंबी लाइन लगी थी। अंतिम समय होने के चलते लोग सुबह से शाम तक स्पीड पोस्ट करने पहुंचते रहे। कई लोगों ने लंबी लाइन देखकर कोरियर का विकल्प चुना।
बहनों को होगी परेशानी
रक्षाबंधन पर जो बहनें भाइयों को राखी बांधने जाने की सोच रही हैं, उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। रेलवे द्वारा संक्रमण को देखते हुए अभी सीमित ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। पहले उम्मीद थी कि रेलवे रक्षाबंधन के लिए स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर सकता है, लेकिन रेलवे ने अभी तक स्पेशल ट्रेनों की घोषणा नहीं की है, ऐसे में माना जा रहा है कि स्पेशल ट्रेनें नहीं चलेंगी। ऐसे में बहनों को दूसरे विकल्प चुनना होगा।
मिठाई विक्रेता परेशान
रक्षाबंधन से पहले की मिष्ठान विक्रेता घेवर का स्टॉक करना शुरू कर देते थे, लेकिन इस बार पिछले साल की तुलना में 50 फीसद ही घेवर तैयार हो रहा है। मिष्ठान विक्रेताओं का कहना है कि रक्षाबंधन से पहले शनिवार-रविवार की बंदी के चलते बिक्री प्रभावित रहेगी। ऐसे में इस बार कम ही माल तैयार कराया जा रहा है।