आगरा के पर्यटन उद्योग को चाहिए संजीवनी, कोरोना काल में मंदी की पड़ी बुरी मार, राज्यसभा में उठा मुद्दा
राज्यसभा सदस्य हरद्वार दुबे ने सदन में उठाया मुद्दा। सरकार इस ट्रेड से जुड़े सभी लोगों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज देने पर विचार करने की मांग की। सदन को बताया कि कोरोना के चलते आगरा के पर्यटन व्यापार को अब तक करीब 500 करोड़ का नुकसान हुआ है।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस संक्रमण की पहली लहर से तो आगरा का पर्यटन उद्योग अभी तक उबर नहीं पाया है, ऐसे में देश में दूसरी लहर भी शुरू हो चुकी है। आगरा में अब तक 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान इस ट्रेड से जुड़े लोगों को हो चुका है। हजारों की संख्या में लोग ऐसे हैं, जिनके घर का चूल्हा गाइड, रिक्शा चलाकर या स्मारकों के आसपास सामान बेचकर जलता है। इस उद्योग को राहत पैकेज की जरूरत है।
राज्यसभा सदस्य हरद्वार दुबे ने यह बात सदन में उठाते हुए पर्यटन उद्योग की मुसीबतों को गिनाया। उनका कहना था कि ताजमहल और दूसरी इमारतों को देखने देश ही नहीं विदेश से भी पर्यटक आते हैं। इसके साथ ही फतेहपुर सीकरी, मथुरा श्रीकृष्ण की जन्मस्थली और दूसरे धार्मिक स्थलों को देखने जाते हैं। सीकरी में बाबर और राणा सांगा के युद्ध स्थल खानवा का मैदान, सहित घना पक्षी विहार, सूरसरोवर पक्षी विहार को भी विकसित किया जाना चाहिए, जिससे पर्यटक और अधिक समय बिताएंगे। पर्यटन उद्योग में संक्रमण काल से बड़ा नुकसान हो रहा है। इस ट्रेड से जुड़े चार लाख से अधिक लोगों में से अधिकतर आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। सरकार इस ट्रेड से जुड़े सभी लोगों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज देने पर विचार करे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के संकल्प अतिथि देवो भव को साकार करने के लिए आज पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देना आवश्यक हो गया है। ताजमहल एवं मुगलकालीन एतिहासिक इमारतों को देखने के लिए विश्व भर से पर्यटक आगरा आते हैं और देश को भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा का अर्जन होता है।
कोरोना के चलते आगरा के पर्यटन व्यापार को अब तक करीब 500 करोड़ का नुकसान हुआ है। आगरा में अकेले 650 से अधिक होटलों और 500 से अधिक रेस्तरां और सैकड़ोंं बड़ी और छोटी हस्तकला की दुकानों के माध्यम से चार लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला हुआ है। फोटोग्राफर, गाइड और करीगरों में से सभी अपनी आजीविका के लिए पर्यटकों पर भरोसा करते हैं। उद्योग पहले से ही कोविड-19 महामारी के कारण हानि की ओर अग्रसर था और बाद में लाॅकडाउन के चलते यह बुरी तरह प्रभावित हो गया। तब से लेकर अब तक हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं।