UP Weather 2019: बारिश और सर्द हवा से हारा पारा, अब पड़ेगा जमकर कोहरा Agra News
गुरुवार देर रात हुई बारिश के बाद शुक्रवार सुबह से भी रुक रुक कर बरस रहे मेघ। आगरा सहित कई जिलों में गिरे ओले।
आगरा, जागरण संवाददाता। गुरुवार को हुई सर्दी की पहली बारिश का असर शुक्रवार को भी सुबह से दिख रहा है। देर रात हुई भारी बारिश के बाद सुबह से काले घने बादल छाए हुए हैं। रुक रुक कर बारिश हो रही है। आगरा, फीरोजाबाद सहित ग्रामीण इलाकों में सुबह के वक्त बारिश के साथ ओले भी पड़े। हालाकि ओलावृष्टि की सूचना शहर के कुछ ही इलाकों से आर्इ। मौसम विभाग का अनुमान है कि शनिवार को भी मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा। 15 दिसंबर से कोहरा सुबह शाम छाया रहेगा।
गुरुवार को दोपहर में रुक-रुक कर बारिश हुई थी। रात में शीतलहर चलने से लोग ठिठुरते रहे। इसके बाद देर रात करीब डेढ़ बजे गहरी नींद में सोये लोग अचानक उस वक्त जाग गए जब घर की छत पर तड़ातड़ बारिश होने की आवाज सुनी। शुक्रवार की सुबह भी भीगी थी।
इससे अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री नीचे पहुंच गया है। न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है। अब तक 11.7 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि शनिवार को बादल छाए रहने के साथ बारिश हो सकती है। 14 से 16 दिसंबर तक कोहरा छाने की आशंका है, 17 दिसंबर से बादल छट जाएंगे और धूप निकलेगी।
फीरोजाबाद में सुबह से हो रही बारिश के कारण कुछ स्कूलों में रेनी डे घोषित हो गया। आगरा में सर्दी से बचने के लिए फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को दिन में ही अलाव जलाना पड़ा।
गेंहू की फसल को नुकसान
कृषि विज्ञान केंद्र बिचपुरी के समन्वयक डॉ. आरएस चौहान ने बताया कि बारिश और ओलावृष्टि के कारण गेहूं को नुकसान पहुंच रहा है। अधिकतर जगह किसान आलू और गेहूं में पानी लगा चुके हैं, ऐसे में बारिश से भी नुकसान हो रहा है। अगर मौसम बादल और बारिश का लंबे समय तक रहा तो आलू में रोग लगने की आशंका रहेगी।
ठंड बढ़ा रही सेहत की परेशानी
कोहरा, धुंध और सर्दी से सांस उखड़ने लगी है। सांस संबंधी बीमारी से पीड़ित मरीजों को गंभीर हालत में भर्ती करना पड़ रहा है। वहीं, बच्चे निमोनिया के शिकार हो रहे हैं। सर्दी में एसएन, जिला अस्पताल के साथ ही निजी क्लीनिक पर मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है।
पिछले कुछ दिनों से गलन भरी सर्दी पड़ रही है, रात में शीतलहर चलने लगी है। सुबह कोहरा छाने के बाद धूप में भी सर्द हवा लोगों को परेशान कर रही है। इससे अस्थमा और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) की सांस फूलने पर भर्ती करना पड़ रहा है। एसएन के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट के डॉ. गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि सर्दी में अस्थमा और सीओपीडी के मरीजों की दवा और इन्हेलर की डोज बढ़ानी पड़ रही है। अस्थमा अस्टैक के मरीजों को ऑक्सीजन पर रखना पड़ रहा है। दो साल से कम उम्र के बच्चे निमोनिया होने पर भर्ती हो रहे हैं। एसएन के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरज यादव ने बताया कि सर्दी बुखार के साथ गला खराब हो रहा है। वहीं, निमोनिया से पीड़ित बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
ये करें
- बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर रखे
- एक साल तक के बच्चों को खुले में तेल मालिश ना करें, इससे ठंड लग सकती है।
- शादी समारोह में बच्चों को आइसक्रीम ना खिलाए, सर्दी से बचाए
- अस्थमा और सीओपीडी के मरीज मास्क लगाकर घर से बाहर निकले
- हृदय और अस्थमा रोगी सुबह और रात में टहलने से बचें, धूप निकलने पर ही टहलने जाएं।
- घर में लकड़ी ना जलाए, धुआं से सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
तलहटी में पहुंचे घड़ियाल
देहात क्षेत्र में भी बारिश हुई। फतेहपुर सीकरी में कोहरा छाया रहा। फतेहाबाद, शमसाबाद, पिनाहट, खंदौली, एत्मादपुर, खंदौली और खेरागढ़ में भी बूंदा-बांदी के साथ शीतलहर चली। बाह में ठंड के कारण घड़ियाल तलहटी में जा घुसे। चंबल सेंचुरी में देसी- विदेशी पक्षियों का बुरा हाल है। इसके अलावा वन्य जीव भी अपने घरौंदे से बाहर नहीं निकले।