Rafale Jet in India: राफेल की हैप्पी लैंडिंग कराने वालों में आगरा मंडल का ये लाल भी शामिल
Rafale Jet in India मैनपुरी के टिंडौली के रहने वाले स्क्वाड्रन लीडर दीपक चौहान। दीपक फ्रांस में ट्रेनिंग ले रहे भारतीय पायलटों के ग्रुप का हिस्सा हैं।
आगरा, दिलीप शर्मा। देश की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाने जा रहे राफेल फाइटर प्लेन को उड़ाने वालों में मैनपुरी का लाल भी शामिल है। शहर निवासी स्क्वाड्रन लीडर दीपक चौहान ने फ्रांस में इस अत्याधुनिक लड़ाकू विमान को उड़ाने का प्रशिक्षण लिया है। अब फ्रांस से इन विमानों की जो पहली खेप भारत आई है, उसकाे उड़ाकर लाने वाले दल में भी दीपक चौहान शामिल हैं। उनकी इस उपलब्धि पर परिवार और शहरवासी गर्व महसूस कर रहे हैं।
स्क्वाड्रन लीडर दीपक चौहान के पिता दुखहरण सिंह भी सेना में नायब रहे हैं। वह मूल रूप से शहर से नजदीकी गांव टिंडौली के रहने वाले हैं। उनके पांच पुत्रों में सबसे छोटे दीपक चाैहान ही अकेले एयरफोर्स में हैं। वर्ष 2007 में कमीशन होने के बाद से दीपक चौहान मिराज विमान उड़ाते रहे हैं। जैगुआर को भी उड़ाया है। जब भारत की फ्रांस के साथ डील फाइनल हुई, उसके बाद प्रशिक्षण को भेजे गए दल में दीपक चौहान भी शामिल हैं। वह करीब नौ माह से वहां ट्रेनिंग ले रहे थे। अब राफेल को भारत लेकर आ रहे भारतीय पायलटों के दल में भी वह शामिल हैं।
दीपक चौहान के बड़े भाई दिलीप चौहान की पत्नी रचना चौहान ने बताया कि जब से राफेल के भारत आने की प्रक्रिया शुरू हुई। तभी से पूरा परिवार लगातार टीवी पर निगाह रखे हुए था। इसी दौरान दीपक चौहान भी लगभग सभी चैनलाें पर नजर अाए। परिवार के सदस्य की इस उपलब्धि पर पूरा परिवार गौरवांवित महसूस कर रहा है।
बचपन से बनना चाहते थे फाइटर पायलेट
दीपक चौहान के बड़े भाई दिलीप चौहान ने बताया कि दीपक जब छोटे थे तभी से फाइटर पायलेट बनना चाहते थे। उनके इसी सपने को पूरा करने के लिए सैनिक स्कूल में दाखिला गया था। दीपक ने भी अपने ख्वाब को पूरा करने के लिए जीतोड़ मेहनत की और कामयब हुए।
खुशी में नम हुई माता-पिता की आंखें
बेटे के राफेल विमान उड़ाकर लाने की जानकारी मिलने के बाद से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। बेटे की बात करते-करते माता-पिता की आंखों में खुशी के आंसू चमकने लगते हैं। पिता दुखहरण सिंह ने बताया कि उनको अपने बेटे पर गर्व है। वह भी देश की रक्षा के लिए फौज में गए थे। अब बेटा उनकी परंपरा को आगे बढ़ा रहा है।
दीपक चौहान का परिचय
1986 में जन्मे दीपक चौहान ने पांचवी तक की पढ़ाई शहर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर से की है। इसके बाद 12वीं तक की पढ़ाई नैनीताल के घोड़ाखाल सैनिक स्कूल में की। 12वीं की पढ़ाई के दौरान वर्ष 2003 में दीपक चौहान ने एनडीए को एग्जाम पास किया। उसमें उनकी पहली रैंक आई थी। इसके बाद एयरफोर्स में जाने के लिए आवश्यक एक और टेस्ट भी क्वालीफाई किया। वर्ष 2007 में वह कमीशंड हुए थे। दीपक चौहान की शादी वर्ष 2016 में मेजर जनरल रविंद्र भदौरिया की बेटी स्नेहा चौहान से हुई है। रविंद्र भदौरिया ूमूल रूप से जोधपुर के रहने वाले हैं।
परिवार में सभी हैं उच्च पदों पर
दीपक चौहान के अन्य चार भाई भी उच्च पदों पर हैं। सबसे बड़े भाई पुनीत चौहान सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और नोएडा में नौकरी कर रहे हैं। दूसरे नंबर के भाई दिलीप चौहान मैनपुरी में बीएसएनएल में एसडीओ के पद पर हैं और परिवार के साथ रहते हैं। तीसरे नंबर के ीााभाई शेखर चौहान भी साॅफ्टवेयर इंजीनियर हैं और दिल्ली में नौकरी कर रहे हैं। चौथे नंबर के भाई विमल चौहान चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं और वह भी दिल्ली में ही रह रहे हैं।
लगा रहा बधाइयों का तांता
दीपक चौहान के राफेल उड़ाकर लाने की जानकारी बुधवार दोपहर में सामने आई। इसके बाद उनके परिवार को बधाइयां देने का सिलसिला शुरू हो गया। लोगों ने बधाई संदेश और स्क्वाड्रन लीडर दीपक चौहान की फोटो, सोशल मीडिया पर भी साझा कीं।
इस तरह से घातक है राफेल
राफेल के अधिकतम भार ढोने की क्षमता 24500 किलोग्राम है। ईंधन क्षमता 4700 किलोग्राम है। अधिकतम रफ्तार 2200 से 2500 तक किमी प्रतिघंटा है और इसकी रेंज 3700 किलोमीटर है। इसमें घातक एमबीडीए एमआइसीए, एमबीडीए मेटेओर, एमबीडीए अपाचे, स्टोर्म शैडो एससीएएलपी मिसाइलें लगी रहती हैं। इसमें थाले आरबीई-2 रडार और थाले स्पेक्ट्रा वारफेयर सिस्टम लगा होता है। साथ ही इसमें ऑप्ट्रॉनिक सेक्योर फ्रंटल इंफ्रा-रेड सर्च और ट्रैक सिस्टम भी लगा है। 30 एमएम की तोप से 2500 राउंड गोले दागे जा सकते हैं। विमान 1900 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है। 300 किलोमीटर की रेंज से हवा से जमीन पर हमला करने में सक्षम है। 9.3 टन वजन के साथ 1650 किलोमीटर तक उड़ान भरने में सक्षम बताया जा रहा है। 14 हार्ड प्वाइंट के जरिये भारी हथियार भी गिराने की क्षमता है।