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शुद्ध पेयजल को मोहताज, अछनेरा के 80 फीसद गांव

फतेहपुर सीकरी विधानसभा क्षेत्र का इलाका खारे पानी का दंश झेल रहा 300 से अधिक हैं गांव

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 06:15 AM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 06:15 AM (IST)
शुद्ध पेयजल को मोहताज, अछनेरा के 80 फीसद गांव
शुद्ध पेयजल को मोहताज, अछनेरा के 80 फीसद गांव

जागरण टीम, आगरा। फतेहपुर सीकरी विधानसभा का यह इलाका खारे पानी का दंश झेल रहा है। 300 से अधिक गांव वाले अछनेरा इलाके में 80 फीसद गांवों में यही समस्या है। हालांकि जल शक्ति मिशन योजना के अंतर्गत टीटीएसपी टंकियों को चालू कराया जा रहा है लेकिन यह समाधान ऊंट के मुंह में जीरा है। ग्रामीण कहते हैं कि मौजूदा विधायक और राज्यमंत्री चौधरी उदयभान ने जीत के बाद वायदा किया था कि धौलपुर से भरतपुर जाने वाली पाइप लाइन को फतेहपुर सीकरी विधानसभा तक पहुंचाया जाएगा। चंबल नदी का पानी यहां आएगा और पेयजल संबंधी समस्या का समाधान हो जाएगा लेकिन ऐसा न हो सका। ग्रामीण कहते हैं कि शुद्ध पेयजल के अभाव में पानी मोल खरीदना पड़ रहा है।

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महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा मिलना चाहिए। ग्रामीण अंचल में शुद्ध पेयजल और 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जाए। युवाओं को रोजगार दिलाने होंगे।

वीरू ठाकुर, इंटरमीडिएट क्षेत्र की जन समस्याओं पर गौर करे और लोगों की बात सुने। ऐसा जनप्रतिनिधि होना चाहिए। जाति-धर्म की राजनीति बंद हो और विकास को ही प्राथमिकता मिले।

उम्मेद सिकरवार, बीए द्वितीय वर्ष खेलकूद के लिए कोई मैदान नहीं है। युवाओं को सड़कों पर ही दौड़ लगानी पड़ती है। ऐसे में हादसे का खतरा रहता है। गांव के कई पढ़े-लिखे लोग बाहर नौकरी कर रहे हैं।

देवाश उदैनिया, डीफार्मा फाइनल ईयर क्षेत्र का चहुंमुखी विकास करने वाला ही सही मायनों में जनप्रतिनिधि होना चाहिए। शुद्ध पेयजल मिले और गांव का विकास हो, तभी अपना क्षेत्र खूबसूरत होगा।

मीनू दीक्षित, एमए फाइनल बातों के बुलबुले नहीं, जो विकास करे वही पार्टी जीतनी चाहिए

जागरण टीम, आगरा। भीषण ठंड और घने कोहरे के बीच गली-मुहल्लों व चाय की दुकानों पर सियासी गरमाहट महसूस की जा रही है। खुलकर बोलने से परहेज लेकिन अलाव पर हाथ सेंकते हुए सरकार बनाने-बिगाड़ने की चर्चा जोरों पर है। चौड़ी सड़कों पर फर्राटा भरते वाहन विकास की तस्वीर बयां कर रहे हैं। सड़क के दोनों ओर गेहूं और सरसों की फसलें लहलहा रही हैं। आलू झुलसा रोग से खराब हो गया है। शमसाबाद के मुद्दे, मांग और मुश्किल पर अजय परिहार की रिपोर्ट..।

सुबह नौ बजे इरादतनगर रोड पर घने कोहरे के बीच अलाव पर तापते युवा मोबाइल पर आने वाले चुनाव संबंधी संदेश को बया कर रहे हैं। बंटी शर्मा के कंपकपाते हाथों से एक नेता का भाषण सुनकर टिप्पणी कर रहे हैं। बोले, बातों के बुलबुले नहीं, जो विकास करे वही पार्टी जीतनी चाहिए। पास बैठे दीपक शर्मा ने बात आगे बढ़ाई। भइया, युवा जनप्रतिनिधियों की भागीदारी अधिक होती तो युवाओं के मुद्दे भी उठेंगे। वे रोजगार देंगे। युवाओं की चुनाव में भागीदारी सही कदम है। अब गिर्राज राठौर बोले, शमसाबाद हो या फतेहाबाद, सब जगह जलस्तर गिर रहा है। उत्तर प्रदेश-राजस्थान सीमा से होकर गुजरने वाली नदी सूखी पड़ी है। किसान राजू बोले, गांव में ही रोजगार मिल जाए तो कोई अपने बच्चे बाहर क्यों भेजे। रामदत्त शर्मा ने उनकी हां में हां मिलाई। मुहल्ला टोला, शमसाबाद के बुजुर्ग शहजादा ने कहा कि अब चुनाव बदल गया है। गांव में स्कूल हों, स्टेडियम बने तो परेशानी दूर हो। अंसार कुरैशी बोले, महंगाई ज्यादा है, दुधारू पशु की कीमत लाखों पहुंच गई। वकील कुरैशी ने कहा कि गांव में लड़कियों के लिए महाविद्यालय बनना चाहिए।


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