आगरा में जमीन के सौदे को लेकर हुई प्रॉपर्टी डीलर की हत्या
प्लाट के सौदे में दखलअंदाजी को लेकर कई बार हो चुका था विवाद, अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा, पुलिस की कई जगह दबिश
आगरा, जागरण संवाददाता। सिकंदरा के भावना एस्टेट में प्रॉपर्टी डीलर की हत्या के पीछे जमीन के सौदे का विवाद निकलकर आ रहा है। मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया है। ग्रामीणों द्वारा हत्यारोपितों की गिरफ्तारी को 72 घंटे का अल्टीमेटम देने के बाद पुलिस ने कई जगह दबिश दीं। शक के आधार पर कुछ लोगों से पूछताछ भी की।
दूध का काम करने वाले बबलू यादव ने कुछ वर्ष पहले ही प्रॉपर्टी डीलिंग काम शुरू किया था। अपनी दबंग छवि के चलते उसने जल्द ही क्षेत्र में अच्छी पकड़ बना ली थी। वह जमीन के बड़े सौदों में अहम भूमिका निभाने लगा था। बताते हैं कि कई बेशकीमती जमीनों में उसकी दखलअंदाजी पर दूसरे लोगों से विवाद भी हुआ। उसे धमकी भी मिलीं। मगर, उसने गंभीरता से नहीं लिया।
पुलिस हत्यारोपितों तक पहुंचने के लिए बबलू यादव द्वारा पूर्व में किए गए सौदों की जानकारी कर रही है। इससे कि पता लगाया जा सके कि किन सौदों में उसका विवाद हुआ था। हालांकि पुलिस ने दबिश देकर कुछ लोगों को पकड़कर पूछताछ भी की। मगर, उनसे कोई सुराग नहीं मिल सका। मृतक और उसके परिवार से जिन लोगों की रंजिश थी, उनकी कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है। एसपी सिटी प्रशांत वर्मा ने बताया हत्यारोपितों का सुराग लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बवाल की आशंका से सतर्क रहा फोर्स
प्रॉपर्टी डीलर की हत्या से आक्रोशित दर्जनों ग्रामीण रविवार सुबह से पोस्टमार्टम गृह पर जुटे थे। गोली किस जगह लगी है, इसके लिए डॉक्टरों ने एक्सरे कराया। उधर, ग्रामीण पोस्टमार्टम के बाद शव को हाईवे पर रखकर जाम लगाने की तैयारी में थे। बवाल की आशंका पर फोर्स सतर्क रहा। क्षेत्रीय पार्षद मुकेश यादव समेत अन्य प्रबुद्ध लोगों ने ग्रामीणों को समझाया। पुलिस को दिए 72 घंटे के समय तक प्रतीक्षा करने को कहा। मृतक का शाम को गांव में अंतिम संस्कार किया गया।
पेशेवर थे हत्यारे
प्रॉपर्टी डीलर की हत्या करने वाले हत्यारे पेशेवर थे। उन्होंने 12 बोर के कारतूस का प्रयोग किया। गोली भी सिर में मारी थी। इससे कि प्रॉपर्टी डीलर के बचने की गुंजाइश नहीं रहे। आशंका है कि हत्यारे भाड़े के थे।
सीसीटीवी फुटेज से तैयार किया हत्यारों का रूट मैप
पुलिस ने केके नगर से लेकर सिकंदरा हाईवे तक एक दर्जन जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इससे हत्यारों के दो की जगह चार होने का पता चला। इसके साथ ही पुलिस को हमलावरों द्वारा पीछा करने और गोली मारकर भागने का रूट मैप तैयार करने में मदद मिली।
बिना हेलमेट हत्यारों के साथी से सुराग की उम्मीद दो बाइक पर सवार चार हत्यारों में तीन हेलमेट लगाए थे। इनमें पीछे बैठे एक हत्यारे ने हेलमेट नहीं पहना था। पुलिस के लिए यह अहम सुराग है। सीसीटीवी कैमरे एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण विशेषज्ञों की मदद से हत्यारोपित का चेहरा स्पष्ट किया जा रहा है। इसके अलावा दोनों बाइकों के नंबर भी पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।