Covid 19: अगर आप गर्भवती हैं तो खास जरूरत है इस समय कोविड-19 से बचाव की
अागरा में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की हुई जांच। सुरक्षित मातृत्व के उद्देश्य से हर माह की नौ तारीख को सभी सरकारी चिकित्सा केंद्रों पर गर्भवती की जांच की जाती है। टिटनेस आदि के टीके भी लगाए गए।
आगरा, जागरण संवाददाता। जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर सोमवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओंं की जांच की गई। सुरक्षित मातृत्व के उद्देश्य से हर माह की नौ तारीख को सभी सरकारी चिकित्सा केंद्रों पर गर्भवती की जांच की जाती है। इसमें गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच, हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाली महिलाओं की पहचान के साथ ही पोषण, परिवार नियोजन तथा प्रसव स्थान के चयन हेतु काउंसलिंग की गई। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 से बचाव के लिये भी जागरुक किया गया।
नगला पदी शहरी प्राथमिक चिकित्सा केंद्र की प्रभारी डॉ. सुनीता सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सोमवार को चिकित्सा केंद्र पर सात गर्भवती महिलाओं की जांच की गई। इसमें उन्हें टिटनेस का टीका लगाया गया व जांचें भी की गईं। इसके साथ ही उन्हें आयरन, कैल्शियम सहित आवश्यक दवाएं भी दी गईं। इसके साथ ही गर्भवती को कोविड-19 से बचाव हेतु जानकारी भी दी गई।
जीवनीमंडी शहरी स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी के संक्रमण काल में गर्भवती महिलाओ को अपना खास ख्याल रखने की ज़रूरत है, क्योंकि गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं में आम दिनों की अपेक्षा रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इसलिए वे कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए घर पर रहकर अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखें। खाने पीने का विशेष ध्यान दें, व्यायाम करें और डॉक्टर से सम्पर्क करती रहेंं तथा समय-समय पर अपनी जांच कराती रहेंं। गर्भवती को कोरोना महामारी से डरने की नहीं लड़ने की ज़रूरत है। कोरोना को लेकर मानसिक दवाब न लेंं। अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहेंं बाहर से आने वाले व्यक्ति के सम्पर्क मेंं न आएं और बात करें तो मास्क लगा कर ही बात करेंं।
सैंया ब्लॉक में इस मौके पर गर्भवती महिलाओंं के रक्त, यूरिन, ब्लड प्रेशर एवं वजन इत्यादि की जाँच की गई। सपोर्टिव सुपरविजन अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी, ज़िला मातृ स्वास्थ्य परामर्श दाता संगीता भारती औक, डीपीसी सन्नू (पीएमएमवीवाई) द्वारा किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरसी पांडेय ने बताया कि हर माह प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सभी चिकित्सा केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं के लिये जांच शिविर लगाया जाता है। शुक्रवार को भी इसका आयोजन हुआ। इसमें गर्भवती महिलाओं की जांचें की गईं व हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की पहचान की गई।
इन सुविधाओं का मिलता है गर्भवती को मुफ्त लाभ
- समस्त गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच जैसे हीमोग्लोबिन, शुगर, यूरिन जांच, ब्लड ग्रुप, एचआईवी, सिफलिस, वजन, ब्लड, प्रेशर, अल्ट्रासाउंड सहित अन्य जांचेंं की जाती हैं।
- समस्त गर्भवती के गर्भ का द्वितीय एवं तृतीय त्रैमास में कम से कम एक बार स्त्री रोग विशेषज्ञ अथवा एलोपैथिक चिकित्सक की देख-रेख में निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है।
-टिटनेस का टीका, आयरन व कैल्शियम सहित अन्य आवश्यक दवाएं दी जाती हैं।
-हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की पहचान, प्रबंधन एवं सुरक्षित संस्थागत प्रसव हेतु प्रेरित किया जाता है।
-पोषण, परिवार नियोजन तथा प्रसव स्थान के लिये काउंसलिंग भी की जाती है।