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Road map for Development: नए उद्योगों के विकास के लिए लैंड बैंक बनेगा

राज्यमंत्री चौ उदयभान सिंह. ने व्यापारियों के साथ बैठक कर तैयार की रणनीति। टीटीजैड में किस तरह नई इकाइयां स्थपित हों हुआ गहन मंथन।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 09:11 AM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 09:11 AM (IST)
Road map for Development: नए उद्योगों के विकास के लिए लैंड बैंक बनेगा
Road map for Development: नए उद्योगों के विकास के लिए लैंड बैंक बनेगा

आगरा, जागरण संवाददाता। ताज ट्रिपेजियम क्षेत्र (टीटीजैड) में किस तरह विकास यात्रा को तेजी से आगे बढ़ाया जा सकता है, इस पर रणनीति तैयार की गई है। एमएसएमई के तहत ब्लाक, तहसील स्तर पर लैंड बैंक तैयार करने की योजना है। इस लैंड बैंक से नए उद्यमों के लिए जमीन उपलब्ध कैसे कराई जा सकती है।

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एमएसएमई राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह के प्रयासों से व्यापारी संगठनों के साथ बैठक करके रणनिति तैयार की गई। जिला उद्योग केंद्र पर हुई बैठक में व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। बैठक में तैयार रणनीति के तहत 29 मई को जिला प्रशासन के साथ उद्योग विभाग के अधिकारियों की बैठक होने जा रही है। इसमें लैंड बैंक उपलब्ध कराने की रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा। टीटीजैड की बाध्यताओं के बीच एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम) किस तरह से उद्योंगो को बढ़ावा दे सकता है, इस पर विचार मंथन किया गया है। एक जिला एक उत्पाद के तहत उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा। ब्लाक और तहसील स्तर पर गांव और कस्बे अपने अलग-अलग उत्पादों के लिए विशेष पहचान रखते हैं। इसी के मद्देनजर विशिष्ठ पहचान रखने वाले उद्यम स्थापित किए जाएंगे। अछनेरा, किरावली, फतेहपुर सीकरी, शमसाबाद, खेरागढ़, एत्मादपुर, खंदौली, बाह आदि की अलग-अलग उत्पादों के लिए पहचान है। मसलन वीसलपुर पत्थर की पच्चेकारी के लिए मशहूर है। फतेहपुर सीकरी के दूरा गांव में पत्थर के खिलौने अपनी अलग पहचान रखते हैं। गढ़सानी में जयपुर स्टाइल की जूतियों का काम प्रमुखता से होता है। एक उत्पाद, एक गांव की तर्ज पर रणनीति तैयार की गई है। जो इलाके जिन उत्पादों के लिएपहचान रखते हैं, उनमें उन्हीं उत्पादों से संबंधित उद्यमों को बढ़ावा दिया जाएगा। जिन उद्यमों के लिए ताज ट्रिपेजियम जोन की बाध्यताएं नहीं हैं, उन्हें बढ़ावा दिया जाएगा। इसके अलावा जरी का काम, कढ़ाई-बुनाई, फैब्रिक डिजाइन, माटी कला बोर्ड के तहत आने वाले कार्यों को बढ़ावा दिया जा सकता है। इस तरह के प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित किए जा सकते हैं, जिनके जरिए युवाओं को रोजगार देने के साथ-साथ प्रशिक्षण दिया जा सकता है। प्लास्टिक पार्क, कामन फेसिलिटी सेंटर आदि-आदि काम स्थापित किए जा सकते हैं। मंथन किया गया क लैदर पार्क की तर्ज पर प्लास्टिक पार्क के लिए कैसे भूमि उपलब्ध कराई जा सकती है।

लैंड बैंक तैयार करके इस तरह के औद्योगिक विकास के लिए जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। बैठक में तय किया गया आगरा में कानूनी अवरोधों के बीच सूक्ष्म, लघु उद्योंगों को स्थापित कराया जाएगा। बैठक में लघु उद्योग भारती से राकेश गर्ग, अंजू रानी, उपायुक्त (जिला उद्योग) शरद टंडन, दीपक अग्रवाल (प्रदेश महामंत्री, लघु उद्योग भारती), भूवेश अग्रवाल, अनुराग मित्तल, वेद अस्थाना, एके अग्रवाल, टूरिस्ट इंडस्ट्रीज के प्रह्लाद अग्रवाल आदि के अलावा माटी बोर्ड और खादी ग्रामोद्योग विभाग के अधिकारी प्रमुख रूप से मौजूद रहे। 


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