Scam in Garbage Collection: करोड़ों के कूड़ा घोटाले में आगरा नगर निगम कर्मचारियों से भी पुलिस करेगी पूछताछ
Scam in Garbage Collection नगर निगम कर्मचारियों और जिम्मेदार लोगों से पूछताछ करने की तैयारी कर रही पुलिस। आरोपित चारों फर्म को भी पूछताछ के लिए हाजिर होने का दिया है नोटिस।
आगरा, जागरण संवाददाता। घर-घर जाकर कूड़ा उठाने के नाम पर 2.82 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में पुलिस नगर निगम के कर्मचारियों और जिम्मेदार लोगों से भी पूछताछ करेगी। इसके लिए वह सवालों की सूची तैयार कर रही है। पुलिस विवेचना में भ्रष्टाचार की अभी कई और परत खुल सकती हैं। चारों फर्म द्वारा किए गए घोटाले में नगर निगम के कर्मचारियों और जिम्मेदार लोगों के भी शामिल होने की आशंका है। पुलिस आरोपित फर्मों को पूछताछ के लिए पहले ही नोटिस दे चुकी है।
स्मार्ट सिटी योजना के तहत आगरा में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने के लिए चार फर्म को ठेका दिया गया था। सितंबर 2019 में नगर निगम की बैठक के दौरान पार्षदों ने घर-घर जाकर कूड़ा उठाने वाली चारों फर्म द्वारा मई और जून 2019 में प्रस्तुत किए आंकड़ों पर सवाल उठाया। उनके द्वारा किए गए कार्यों की वास्तविकता की जांच कराने की मांग की। इस पर नगर निगम ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर चारों फर्म द्वारा किए गए कार्य की जांच कराई। इसमें घोटाले के साक्ष्य मिलने पर फर्मों को लोगों से वसूली धनराशि नगर निगम के कोष में जमा कराने के लिए नोटिस दिया गया।रकम जमा नहीं कराने पर नगर निगम के पर्यावरण अभियंता राजीव कुमार राठी ने दो सप्ताह पहले हरीपर्वत थाने मे चार फर्मों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था।
पौने तीन करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले में पुलिस विवेचना कर रही है। घोटाले की तह तक पहुंचने के लिए नगर निगम के कर्मचारियाें और जिम्मेदार लोगों से भी पूछताछ करके उनके बयान दर्ज करेगी। नगर निगम द्वारा घोटाले से संबंधित दस्तावेज भी पुलिस काे दिए गए हैं। विवेचना के दौरान वह उनकी भी जांच करेगी। आरोपित फर्म के पदाधिकारियों को पूछताछ के लिए पुलिस नोटिस दे चुकी है। इन फर्म के सुपरवाइजर और कूड़ा उठाने वाले जिन लोगों की नियुक्ति विभिन्न इलाकों में की गयी थी। उनके बयान भी दर्ज करेगी।
इन फर्म पर था कूड़ा उठाने का था ठेका
-फर्म ओम मोटर्स पर हरीपर्वत जोन में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम था। उसने मई 2019 में 103560 घरों से कूड़ा उठाना दिखाया। जांच में सिर्फ 8803 घरों से कूडा उठाना पाया गया। जून में 103560 घरों से कूड़ा उठाना दिखाया, सत्यापन में 7891 घरों से ही कूड़ा उठा था।
-मैसर्स सोसायटी फार एजुकेशन एंड वेलफेयर फार ऑल के पास लोहामंडी जोन के शाहगंज क्षेत्र का ठेका था। फर्म ने मई 2019 में 45751 घरों से कूड़ा उठाना दिखाया। सत्यापन में 5539 घरों से ही कूड़ा कलेक्शन पाया गया।जून 2019 में 58513 घरों की जगह सिर्फ 521 घरों से ही कूड़ा उठाया था।
- मैसर्स अरवा एसोसिएट पर ताजगंज जोन में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का ठेका था। फर्म ने मई 2019 में 52939 घरों से कूड़ा उठाना दिखाया।जबकि उसने 10831 घरों से ही कूडा उठाया था। जून 2019 में 66549 घरों से कूड़ा उठाना दिखाया। जबकि 5184 से ही कूड़ा उठा था।
- मैसर्स एस.आर.एम.टी वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को ताजगंज जोन में कूड़ा कलेक्शन ठेका था। फर्म द्वारा मई आैर जून 2019 में हाउस होल्ड की सूची नगर निगम को नहीं दी गयी। इस पर निगम ने फर्म द्वारा प्रस्तुत बिलों को शून्य मानते हुए उसके द्वारा यूजर चार्ज की कटौती की मई से सितंबर तक की किस्तें वसूलने का नोटिस दिया।
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन घोटाले में पुलिस नगर निगम के कर्मचारियों और जिम्मेदार लोगों से भी पूछताछ करेगी। इससे कि घोटाले की तह तक पहुंचा जा सके।
बोत्रेे रोहन प्रमोद एसपी सिटी