पर्दाफाश, मां ने उड़ाया मजाक तो उतार दी मासूम पर खुन्नस, ऐसे दिया वारदात को अंजाम
सदर के गोपालपुरा में 12 मई को हुई हत्या का पुलिस ने किया पर्दाफाश। मासूम की मां द्वारा अपना मजाक उड़ाने पर खुन्नस रखने लगे थे आरोपित।
आगरा, जागरण संवाददाता। सदर के गोपालपुरा में दो दिन पहले हुई मासूम की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। मासूम की मां द्वारा मजाक उड़ाने पर पड़ोसी युवक ने खुन्नस में हत्या की थी। साजिश में हत्यारोपित का भाई भी शामिल था। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
सदर के गोपालपुर निवासी प्राइवेट स्कूल में शिक्षक गीतम सिंह उर्फ बंटी का पांच वर्षीय पुत्र वंश 12 मई की सुबह घर से बाहर खेलते समय गायब हो गया था। दाेपहर बाद उसकी लाश सीओडी मैदान की झाड़ियों में मिली थी। सीओ सदर विकास जायसवाल ने बताया मासूम की हत्या बस्ती के ही धीरेंद्र ने की थी। साजिश में उसका बड़ा भाई अजय भी शामिल था। वंश के स्वजनों ने हत्या में अजय को नामजद किया था। धीरेंद्र ने पूछताछ करने पर पुलिस को बताया कि वंश की मां रूबी उसका कई बार सबके सामने मजाक उड़ा चुकी थी। उसे कई बार लोगों के सामने अपमानित होना पड़ा। इसके चलते वह उससे खुन्नस मानने लगा था। उसे खून के आंसू रूलाने का बदला लेने की साजिश रची।
धीरेंद्र ने पुलिस काे बताया कि वह 12 मई को दरवाजे पर खेलते वंश को चाकलेट दिलाने की कहा। मासूम उसे पहचानता था, इसलिए उसके साथ चल दिया। वह उसे एक किलोमीटर घुमाता हुआ अपने साथ सीओडी मैदान की ओर लेकर गया। पत्थर से सिर कुचलकर मारने के बाद लाश को वहां फेंक करके चला आया। इंस्पेक्टर कमलेश सिंह ने बताया कि हत्यारे का सुराग लगाने के लिए आसपास इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की गयी। एक कैमरे की फुटेज में मासूम युवक के साथ जाता दिखाई दिया। मगर,वह नामजद आरोपित अजय जैसा नही दिख रहा था। अजय के भाई धीरेंद्र को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया।
एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने भी आरोपित से पूछताछ की थी। पुलिस ने आरोपित को सीसीटीवी फुटेज भी दिखाए। इसी बीच अजय ने पुलिस के सामने छोटे भाई धीरेंद्र द्वारा हत्या करने की सच्चाई उगल दी। एसपी सिटी ने बताया आरोपित दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है।
अजय ने भी किया था मासूम को मारने का प्रयास
पुलिस ने बताया कि लगभग एक साल पहले अजय का वंश की मां से विवाद हो गया था। उस समय वंश की मां ने अजय को डंडा मार दिया था। इस पर वह वंश को मारने के लिए अपने साथ मेहताब बाग लेकर गया था।जानकारी होने पर घरवालों ने मेहताब बाग के पास ही उसे पकड़ लिया था। मारपीट करके उसका सिर फोड़ दिया था। उस समय बस्ती वालों के दबाव में अजय अपना घर छोड़कर चला गया था। इसीलिए वंश के परिवार के लोगाें को उस पर शक था।