आगरा के कांस्टेबल को मिला जुड़वां 'मेडल', दोनों बेटे बने पीसीएस अफसर
आगरा में रहने वाले परिवार के लिए आया सुखद संयोग। एक बेटा एसडीएम और दूसरा नायब तहसीलदार के पद पर चयनित। पीसीएस परीक्षा में ऐच्छिक विषय भी दोनों ने इतिहास ही चुना था। कांस्टेबल पिता वर्तमान में हैं मथुरा में तैनात। मूल रूप से फीरोजाबाद का रहने वाला है परिवार।
आगरा, जेएनएन। बुधवार को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की पीसीएस-19 की परीक्षा का घोषित हुआ परिणाम पुलिस के एक कांस्टेबल के लिए अपार खुशी वाला रहा। उसके जुड़वा बेटों ने इसमें कामयाबी पाई। एक बेटा एसडीएम और दूसरा नायब तहसीलदार के पद पर चयनित हुआ है। बेटों की ये सफलता कांस्टेबल के लिए तो जुड़वा 'मेडल' जैसी है।
जसराना क्षेत्र के सिंहपुर निवासी कांस्टेबल अशोक यादव वर्तमान में मथुरा कोतवाली में तैनात हैं। उनका परिवार आगरा में रहता है। परिवार में पत्नी के अलावा जुड़वा बेटे मोहित और रोहित हैं। बुधवार को यूपी पीसीएस-2019 परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ। इसमें मोहित का चयन उपजिलाधिकारी (एसडीएम) और रोहित का चयन नायब तहसीलदार के पद पर हुआ है। दोनों को ये सफलता दूसरे प्रयास में मिली है।
हम साथ-साथ
शिक्षा से लेकर हर परीक्षा तक दोनों भाई साथ-साथ रहे। दोनों ने देहरादून में आठवीं तक की पढ़ाई की। आगरा पब्लिक स्कूल, आगरा से दोनों ने 12वीं पास की। दोनों ने वर्ष 2017 में एचबीटीयू, कानपुर से बीटेक की डिग्री ली। पीसीएस पहले प्रयास में दोनों विफल रहे। दूसरी बार की परीक्षा में दोनों ने ऐच्छिक विषय के तौर पर इतिहास को ही चुना। अशोक यादव ने कहा कि आज बेटों ने मान बढ़ाया है। दोनों की कामयाबी मेरे लिए तो जुड़वा मेडल है।
मोहित का सपना, रोहित का भी अपना
पीसीएस परीक्षा में सफलता को मोहित और रोहित अपने लक्ष्य के लिए सिर्फ एक राह बताते हैं। कहा कि मंजिल अभी पानी है। मोहित ने 'जागरण' से कहा कि उनका लक्ष्य आइएएस अफसर बनना है। रोहित से जब पूछा तो उन्होंने कहा- मोहित का सपना भी तो अपना ही है।