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Yamuna Expressway: एक्सप्रेस वे पर दावों की खुली पोल, घायल कारोबारी को लेने एंबुलेंस की जगह क्रेन लेकर पहुंची पुलिस

Yamuna Expressway दिल्ली से लौट रहे ओपी चेंस ग्रुप के निदेशक के साथ यमुना एक्सप्रेस वे पर हुआ हादसा। टोल पर तैनात पुलिसकर्मी घायल को अस्पताल भेजने की जगह मोबाइल पर खेलते रहे गेम। पुलिसकर्मियो के रवैये से क्षुब्ध स्वजन उच्च अधिकारियों से शिकायत करेंगे।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sun, 14 Mar 2021 05:28 PM (IST)Updated: Sun, 14 Mar 2021 05:28 PM (IST)
Yamuna Expressway: एक्सप्रेस वे पर दावों की खुली पोल, घायल कारोबारी को लेने एंबुलेंस की जगह क्रेन लेकर पहुंची पुलिस
पुलिसकर्मियो के रवैये से क्षुब्ध स्वजन उच्च अधिकारियों से शिकायत करेंगे।

आगरा, जागरण संवाददाता। यमुना एक्सप्रेस वे सुरक्षा और प्राथमिक चिकित्सा के दावों की शनिवार की रात पोल खुल गई।खंदौली टोल के पास ओपी चेंस के निदेशक सतीश गोयल की गाड़ी हादसे के बाद क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस करीब अाधा घंटे बाद एंबुलेस की जगह क्रेन लेकर मौके पर पहुंची। उन्हें क्रेन से टोल तक लेकर आई। कारोबारी ने स्वजन काे सूचना देने और अस्पताल भेजने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था करने की कहा तो वहां तैनात पुलिसकर्मी मोबाइल पर गेम खेलने में व्यस्त रहे। स्वजन को जानकारी होने पर वह टोल पर पहुंचे। उन्होंने कारोबारी को अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिसकर्मियो के रवैये से क्षुब्ध स्वजन उच्च अधिकारियों से शिकायत करेंगे।

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घटना शनिवार की रात साढ़े दस बजे की है। नेहरू नगर निवासी ओपी चेंस ग्रुप के निदेशक सतीश कुमार गोयल दिल्ली से लौट रहे थे। उनकी गाड़ी को चालक केशव चला रहा था। यमुना एक्सप्रेस वे पर खंदौली टोल से पहले गाड़ी के टायर के नीचे कोई नुकीली चीज आ गई। इससे टायर फट गया। गाड़ी कई कलाबाजियां खाने के बाद पलटकर क्षतिग्रस्त हो गई।

ओपी चेंस ग्रुप के निदेशक शौभिक गोयल के अनुसार किसी राहगीर द्वारा सूचना देने के करीब आधा घंटे बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। वह एंबुलेंस की जगह क्रेन लेकर आई थी। पुलिस घायल सतीश गोयल को क्रेन पर ही बैठाकर खंदौली टोल पर लेकर आई। यहां पर तैनात पुलिसकर्मियों से घायल सतीश कुमार गोयल ने दुर्घटना में अपना मोबाइल खराब होने की बताया। पुलिसकर्मियों से स्वजन को फोन करने की कहा। इससे कि उन्हें तत्काल इलाज मिल सके। शौभिक के अनुसार पुलिसकर्मी मोबाइल पर गेम खेलने में व्यस्त थे। उन्होंने दस मिनट इंतजार करने की कहा। जबकि घायल को पहले एंबुलेंस से अस्पताल भेजना चाहिए था।

हादसे की जानकारी होने पर स्वजन अपनी गाड़ी लेकर खंदौली टोल पर पहुंचे। वहां से घायल सतीश कुमार गोयल को लेकर आए। उन्हें हरीपर्वत क्षेत्र के एक अस्पताल में भर्ती कराया। यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसे के बाद तत्काल प्राथमिक चिकित्सा मुहैया कराने और पुलिस का सुरक्षा का दावा खोखला साबित हुआ। शौभिक गोयल ने बताया कि वह पुलिसकर्मियों की लापरवाही की शिकायत उच्च अधिकारियों से करेंगे। 


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