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Crime in Agra: पुलिस के हत्थे चढ़ा पूर्व ब्लाक प्रमुख का हमलावर, घेराबंदी कर आया पकड़ में

Crime in Agraसमर्पण की फिराक में था आराेपित रिंकू सिकरवार। सिकंदरा के अकबरा गांव में पांच नवंबर को मारी थीं पांच गोलियां। पुलिस को चकमा देने के लिए लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। आरोपित अदालत में समर्पण की फिराक में था।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Wed, 11 Nov 2020 03:04 PM (IST)Updated: Wed, 11 Nov 2020 03:04 PM (IST)
Crime in Agra: पुलिस के हत्थे चढ़ा पूर्व ब्लाक प्रमुख का हमलावर, घेराबंदी कर आया पकड़ में
आरोपित अदालत में समर्पण की फिराक में था।

आगरा, जागरण संवाददाता। सिकंदरा के अकबरा गांव के पास कालोनी में पूर्व ब्लाक प्रमुख को गोली मारने वाले रिंकू सिकरवार को पुलिस ने दबोच लिया। शातिर पुलिस को मथुरा और दिल्ली में दबिश के दौरान चकमा देकर भाग गया था। वह फीरोजाबाद में भी हाथ नहीं आया था। पुलिस को चकमा देने के लिए लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। आरोपित अदालत में समर्पण की फिराक में था। मगर, इससे पहले पुलिस को इसकी जानकारी मिल गयी। उसने हमलावर को घेराबंदी करके दबोच लिया। पुलिस रिंकू से हमले के कारणों को लेकर पूछताछ कर रही है।

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सिकंदरा के गांव अकबरा निवासी प्रमुख राजवीर सिंह (55 वर्ष) अछनेरा के पूर्व ब्लाक प्रमुख हैं । वह पूर्व बसपा विधायक सूरज पाल के भतीजे भी हैं। राजवीर सिंह जमीनों की खरीदफराेख्त का काम भी करते हैं। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग-अकबरा गांव रोड पर सिल्वर एस्टेट कालोनी की प्लाटिंग की है। पांच नवंबर की शाम को राजवीर सिंह अपने साझीदार गोपाल भदौरिया और अशोक प्रधान के साथ कालोनी में बैठकर बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान अकबरा गांव का रहने वाला रिंकू कार से अपने साथी अनिकेत अग्रवाल के साथ वहां पहुंचा। राजवीर सिंह पर ताबड़तोड़ गाेलियां चलानी शुरू कर दीं।

राजवीर को पांच गोलियां लगी थीं। इनमें चार गोली पेट और एक बाजू में लगी थी। डाक्टरों ने आपरेशन करके तीन गोली निकाल दी हैं। दो गोली अभी पेट में हैं, उन्हें बाद में आपरेशन करके निकाला जाएगा। हमलावरों की लोकेशन मथुरा, दिल्ली और फीरोजाबाद मिली थी। मगर, पुलिस की दबिश से पहले वह भाग गए। आरोपित रिंकू सिकरवार ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह मथुरा होकर दिल्ली भाग रहा था। मगर, गांव के ही एक व्यक्ति ने उसे फरह टोल से पहले कार से जाते हुए देख लिया था। इसके चलते उसे आशंका हो गयी थी कि पुलिस उसे और मथुरा और दिल्ली में तलाश करेगी। वहां रहने वाले उसके परिचितों के यहां दबिश दे सकती है। इसलिए वह उधर नहीं गया। उसकी आशंका सही साबित हुई। पुलिस ने मथुरा और दिल्ली में कई जगहों पर उसके रिश्तेदारों के यहां दबिश दी। आरोपित ने बताया कि वह समर्पण करने की फिराक में था। 


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