Agra Lockdown Update: खाकी और समाजसेवी कर रहे मदद, मुनाफाखोर नहीं आ रहे बाज
पुलिस ने कई स्थानों पर कराया आटा वितरण। राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह भी करा रहे वितरण। कई जगहों पर कालाबाजारी 45 रुपये तक किलोग्राम तक पहुंचा आटा।
आगरा, प्रतीक गुप्ता। सड़कों पर खुलेआम घूमने से रोकने पर जिस खाकी को आप घर बैठे कोस रहे हैं, वहीं आपकी मददगार है। वहीं जिस अदृश्य बीमारी के संकट से पूरा देश जूझ रहा है, मानवता पर खतरा है। उस दौर में मुनाफाखोर बाज नहीं आ रहे। जाने संकट के इस दौर में की गई कमाई को कहां लेकर जाएंगे। लॉकडाउन में लोगों के घर अब कनस्तर खाली होने लगे हैं। रोटी बनाने तक को जूझना पड़ रहा है। उस दौर में खाकी अपनी देखरेख में आटा का वितरण करा रही है। शहर के कुछ समाजसेवी, दानवीर भी आगे आए हैं। वहीं चंद दुकानदार सुलहकुलनगरी की नगरी का नाम बदनाम करने में जुटे हैं, जाेे 20 रुपये किलोग्राम कीमत के आटे को 45 रुपये पर बेच रहे हैं। अरहर की दाल का भाव इन्होंने 150 रुपये पर पहुंचा दिया है। प्रशासन द्वारा बनाए गए कंट्रोल रूम पर इनकी सूचनाएं पहुंच रही हैं, अगर पकड़ में आ गए तो सजा तो काटनी ही होगी, समाज में मुंह दिखाने लायक भी नहीं बचेंगे।
देश में संपूर्ण लॉकडाउन का आज आगरा में दूसरा दिन है। गुरुवार को सुबह शहर में कई अच्छे तो कई जगह बुरे नजारे देखने को मिले। शुरुआत करते हैं अच्छे उदाहरणों से। राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह ने अपने ट्रस्ट चौ. मंजीत सिंह सेवा समिति के बैनर तले रियायती दरों पर खाद्य सामग्री का वितरण अपने घर जयपुर हाउस से कराना शुरू किया। हर सामान की रेट चस्पा कर दी गई है। यहां आटा 30 रुपये किग्रा, आलू 15 रुपये, प्याज 20 रुपये, लौकी 10 रुपये, हल्दी 39 रुपये की 200 ग्राम, मिर्च 71 रुपये की 200 ग्राम, धनिया 47 रुपये का 200 ग्राम और टोस्ट 20 रुपये प्रति पैकेट बेचा जा रहा है। यहां सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन कराया जा रहा है। लोगों के खड़े होने के लिए घेरे बना दिए गए हैं। वहीं एत्माद्दौला क्षेत्र में सीतानगर स्थित बीपी फ्लोर मिल पर पुलिसकर्मियों ने पहुंचकर मिल को खुलवाया और क्षेत्रीय नागरिकों को लाइन लगवाकर आटा उपलब्ध कराया है।
शमसाबाद क्षेत्र के एक व्यापारी ने 15 किलोग्राम रुपये की दर से टमाटर खरीदे हैं। उन टमाटरों को अपने घर में तराजू से एक-एक किलोग्राम के पैकेट बनाकर, बाद में लोगों के घरों पर जाकर इसी भाव से उपलब्ध कराए। इस कार्य में व्यापारी के बच्चे भी जुटे रहे। पॉलीथिन की जगह कागज की थैलियां बनाकर टमाटर वितरित करा रहे हैं। वहीं दूसरे राज्यों से पैदल आ रहे लोगों को भी कई जगह पुलिसकर्मियों ने भोजन उपलब्ध कराया है। मानवता की सेवा में लोग जुटे हैं।
अब इसी दौर में समाज के दूसरे लोगों का चेहरा देखिए। आवास विकास कॉलोनी के सेक्टराेें में घरों के अंदर बनी कुछ दुकानों की शिकायतें आना शुरू हो गई हैं। ये लोग 45 रुपये किग्रा. की दर से आटा और अरहर दाल 150 रुपये तक के भाव पर बेच रहे हैं। दूसरी रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुओं के दाम भी इन दुकानदारों ने बढ़ा दिए हैंं। ऐसी ही कुछ शिकायतें ताजगंज क्षेत्र से भी आई हैं। यहां भी 200 रुपये में पांच किग्रा आटा बेचा जा रहा है।
गुटखे के तलबगार परेशान
प्रदेश सरकार द्वारा गुटखा खाने पर बैन लगाने के बाद गुटखे के तलबगार परेशान हैं। दुकानें खुल नहीं रहीं। जो खुल रही हैं, वो गुटखा सार्वजनिक रूप से नहीं बेच रहे। ऐसे में चोरी छिपे जो गुटखा मिल रहा हैैै, उसमें मुंहमांगी कीमत मांगी जा रही है। पांच रुपये का पाउच 15 रुपये तक में बिक रहा है।
समाजसेवी सक्रिय
दिल्ली से पैदल चलकर आगरा पहुंच रहे लोगों को भोजन पानी उपलब्ध कराने के लिए भी कुछ समाजसेवी सक्रिय हो गए हैं। दिल्ली से बिहार के लिए पैदल जा रहे मजदूरों को न्यू आगरा निवासी सोनू ने सुल्तानगंज पुलिया के पास पेटभर पोहा उपलब्ध कराया है। वे बाल्टियों में पोहा बनाकर घर से ला रहे हैं और भूखों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। इसी तरह नगला बूढ़ी क्षेत्र में रह रहे गरीब लोगों को सौ फुटा रोड पर मंगलम शिला के सामने स्थित बिल्डिंग मैटेरियल व्यवसायी सतीश अग्रवाल रोजाना सुबह आटा वितरित करा रहे हैं। आवास विकास सेक्टर 16 के नागरिक भी धौलपुर की ओर जाते पैदल यात्रियों को पानी, चाय व नाश्ता उपलब्ध करा रहे हैं।
बिग बाजार आगरा ने जारी किए नंबर
फ्यूचर ग्रुप के बिग बाजार स्टोर ने शहरवासियों के लिए नंबर जारी कर दिए हैं। नागरिक अपनी डिमांड वाट्सएप पर भेज सकते हैं, प्रशासन के सहयोग से घर पर दैनिक उपभोग की सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। बिग बाजार को 9045441253 पर वाट्सएप या 0562 4040925 पर कॉल किया जा सकता है।
मास्क बांटते सांसद भीड़ बढ़ते लौटे
फीरोजाबाद के सांसद चंद्रसेन जादौन जसराना में गुरुवार सुबह मास्क वितरण को पहुंचे थे। यहां सोशल डिस्टेंसिंग तार तार हो गई। भीड़ बढ़ते देख सांसद चंद्रसेन जादौन को उल्टे पांव लौटना पड़ा, यहां 100 से ज्यादा लोग एक दूसरे से चिपककर मास्क लेने की होड़ में थे। सांसद का कहना है कि वे डीएम की अनुमति से मास्क बांंटने गए थे। लोग एकदम आ गए थे, इसलिए मैं वापस लौट आया।