Agra Fort: आगरा किला की दीवारेें हो रहीं मजबूत, सीलन से बचाएगी अब प्वाइंटिंग
अमर सिंह गेट से अंदर दाखिल होने पर चढ़ाई के दोनों ओर की दीवारों से हटाया गया प्लास्टर। बरसात के दिनों में सीलन आने से खराब हो गया था। दीवारों के पीछे मिट्टी का भराव है और गार्डन बना हुआ है।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा किला की दीवार को सीलन आने से चूने का प्लास्टर नहीं, प्वाइंटिंग बचाएगी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एएसआइ (द्वारा) चूने का प्लास्टर हटवा दिया गया है। अब लाखौरी ईंटों से बनी दीवार पर प्वाइंटिंग की जा रही है। इससे सीलन से दीवार का बचाव हो सकेगा।
आगरा किला में पर्यटकों को अमर सिंह द्वार से प्रवेश दिया जाता है। यहां तीसरे द्वार के बाद पर्यटकों को चढ़ाई चढ़कर ऊपर जाना होता है। इस चढ़ाई के दोनों ओर दीवार बनी हुई हैं। दीवारों के पीछे मिट्टी का भराव है और गार्डन बना हुआ है। बारिश के दिनों में इन दीवारों पर सीलन आ जाती है, जिससे वो सफेद नजर आने लगती हैं। दीवारों पर हो रहा चूने का प्लास्टर भी सीलन की वजह से पकड़ कमजोर होने से खराब हो रहा था। इसे देखते हुए एएसआइ ने इसे पुराने स्वरूप में ही संजोने का निर्णय लिया है। दोनों तरफ की दीवारों पर हो रहा चूने का प्लास्टर हटवा दिया गया है। यहां प्वाइंटिंग का काम किया जा रहा है। एएसआइ के विशेषज्ञों की मानें तो प्वाइंटिंग होने से दीवार खुली रहेगी। इससे उसे हवा मिलेगी और सीलन का अधिक प्रभाव दीवार पर नहीं पड़ेगा।
तीन दशक पूर्व नहीं था दीवार पर प्लास्टर
आगरा किला में चढ़ाई के दोनों ओर स्थित दीवारों पर तीन दशक पूर्व चूने का प्लास्टर नहीं था। लाखौरी ईंट की दीवार थी। वर्ष 1988-89 में इसके भद्दा नजर आने का हवाला देकर प्लास्टर करा दिया गया था।