जहरीली हवा से बच्चों को निमोनिया, खांसी और बलगम
प्रदूषण का स्तर कम न होने से लोगों को परेशानी नाक से टपक रहा पानी सांस रोगी और बुजुर्गो के लिए भी खतरा
आगरा, जागरण संवाददाता । वायु प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा है, इससे बच्चों को निमोनिया, गले में खरास और खांसी की समस्या हो रही है। अस्थमा रोगियों की सांस फूल रही है, नाक टपकने के साथ लोग छींकते-छींकते परेशान हैं।
दीपावली के बाद से वायु प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा है। सुबह और शाम को प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। इस दौरान घर से बाहर निकल रहे बच्चे और बुजुर्गों को परेशानी होने लगी है। एसएन मेडिकल कालेज के बाल रोग विभाग के डा. नीरज यादव ने बताया कि कार्बनडाई आक्साइड, सल्फर डाई आक्ससाइड के साथ ही अन्य जहरीली गैसें और अति सूक्ष्म कण सांस लेने में बच्चों के फेंफड़ों तक पहुंच रहे हैं। इससे सांस की नलिकाओं में संक्रमण हो रहा है और निमोनिया की समस्या होने लगी है। ओपीडी में 10 फीसद बच्चे निमोनिया की समस्या के साथ आ रहे हैं। वहीं, बच्चों को नाक से पानी टपकने, गले में खरास और खांसी की समस्या हो रही है। खांसी के साथ बलगम भी आ रहा है।
एसएन मेडिकल कालेज के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट के अध्यक्ष डा. संतोष कुमार ने बताया कि वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने से अस्थमा रोगियों को अटैक पड़ रहा है। सांस फूलने लगी है। ऐसे में तापमान में आ रही गिरावट से सर्दी-जुकाम और बुखार की समस्या होने लगी है। इसे नजरअंदाज न करें, डाक्टर से परामर्श लेकर दवाएं ले लें। ये करें
सुबह और शाम प्रदूषण का स्तर अधिक होने पर घर से बाहर न निकलें, बच्चों को बाहर न जाने दें
ट्रिपल लेयर और एन 95 मास्क पहनें
गर्म पानी का सेवन करें, भाप ले सकते हैं
डाक्टर से परामर्श के बाद ही दवा लें
प्रदूषण वाले इलाकों में जाने से बचें