एसएन इमरजेंसी में फिर मचा हड़कंप, प्लास्टर गिरा, हादसा टला
- बाल रोग वार्ड में दो करोड़ से हुआ था मरम्मत कार्य जांच के बाद मरीज किए जाएंगे शिफ्ट
आगरा, जागरण संवाददाता। एसएन इमरजेंसी के बाल रोग वार्ड का मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद रविवार को प्लास्टर गिर गया। प्लास्टर की आवाज सुनकर वहां भगदड़ मच गई। एसएन प्रशासन ने कार्यदायी संस्था को चेतावनी दी है। जांच के बाद मरीज शिफ्ट किए जाएंगे।
एसएन के प्रथम तल पर बाल रोग वार्ड का दो करोड़ से मरम्मत कार्य कराया गया है। वार्ड में मरम्मत का कार्य पूरा हो गया है। यहां सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम लगाया जा रहा है, एक अप्रैल से बच्चों को वार्ड में इलाज मिलना था। इससे पहले ही वार्ड में छत से प्लास्टर का बड़ा हिस्सा टूटकर गिर गया। प्लास्टर नर्सिग टेबल के ऊपर गिरा। गनीमत रही यहां अभी मरीज शिफ्ट नहीं हुए हैं अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। प्राचार्य डॉ. जीके अनेजा ने बताया कि जांच के बाद ही वार्ड में मरीज शिफ्ट किए जाएंगे।
मैटरनिटी विंग का पत्थर गिरने से हो गई थी तीमारदार की मौत
एसएन में पिछले साल 22 करोड़ की लागत से नई मैटरनिटी विंग बनाई गई थी। बिल्डिंग का कार्य पूरा होने के बाद पत्थर गिर गया था, हादसे में एक तीमारदार की मौत हो गई थी। बिल्डिंग की एजेंसी द्वारा ऑडिट कराने के बाद मरीज शिफ्ट किए गए थे।
ऑक्सीजन न मिलने से नवजात की मौत
खंदौली: कस्बा में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर शनिवार की शाम आक्सीजन न मिलने पर प्रसव के कुछ देर बाद ही नवजात की मौत हो गई। आक्रोशित तीमारदारों ने अस्पताल में हंगामा किया। काफी समझाने के बाद मे मामला शांत हुआ।
थाना क्षेत्र के पैतखेड़ा निवासी गोपाल की पत्नी राधा को शनिवार की शाम प्रसव हुआ था। जिसमें राधा ने एक बच्ची को जन्म दिया था। जन्म के बाद नवजात में आक्सीजन की कमी होने लगी। डॉक्टरों ने अस्पताल में आक्सीजन न होने की बात कहकर गोपाल से बच्ची को प्राइवेट अस्पताल ले जाने को कहा। गोपाल ने सरकारी गाड़ी से बच्ची को ले जाने की बात कही तो डॉक्टरों ने सरकारी गाड़ी भेजने से मना कर दिया। इसके बाद गोपाल बाइक से नवजात को प्राइवेट अस्पताल में ले गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची की मौत के बाद तीमारदारों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हंगामा किया। समझाने के बाद वे शांत हो गए। इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक डॉ. उपेन्द्र कुमार का कहना है कि नवजात बच्ची को सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। उसे आगरा रेफर किया था। रास्ते में उसकी मौत हो गई। हंगामे जैसी कोई बात नहीं हुई। वहीं इस मामले में सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी।