Neeraj Chopra: नीरज चोपड़ा के गोल्ड पर झूमे आगरा के लोग, जगह-जगह मनाया गया जश्न
ओलंपिक में गोल्ड मेडल मिलने के बाद आगरा में लोगों ने सड़क पर उतरकर लहराया तिरंगा। ढ़ोल और ढोलक की थाप पर सभी मिलकर झूमें। बांटी गई मिठाई और चली आतिशबाजी भी। एक दूसरे को दी गईं बधाइयां।
आगरा, जागरण संवाददाता। टोक्यो ओलिंपिक में भाला फेंक में नीरज चोपडा़ ने इतना लंबा भाला फेंका कि देश को एथलेटिक्स में पहला गोल्ड दिलवा दिया। विजेता पोडियम पर कदम रखकर उन्होंने जैसे ही गोल्ड मेडल प्राप्त किया तो राष्ट्रगान की धुन बजने पर हर भारतीय खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा था। शहरवासियों ने उनकी जीत पर जोरदार जश्न मनाया। हर ओर तिरंगा लहराकर मिठाइयां बांटी और ढोल की थाप पर सभी नाचते-गाते नजर आए। लोगों का कहना था कि इस पल का उन्हें लंबे समय से इंतजार था। इस बार जो टीम ओलिंपिक में गई है, उसने शानदार प्रदर्शन कर अपनी मेहनत को मेडल में तब्दील किया, लेकिन नीरज चोपडा़ ने देश को ऐसी खुशी दी है, जो सालों तक याद की जाएगी।
स्टेडियम में फहराया तिरंगा
2021 टोक्यो ओलिंपिक में यह पहला गोल्ड है, जबकि एथलेटिक्स में देश का पहला और व्यक्तिगत स्पर्धा में यह देश का दूसरा ओलिंपिक गोल्ड है। उनकी जीत पर स्टेडियम में भी खिलाडिय़ों ने जश्न मनाया। डिप्टी स्पोर्ट्स आफिसर राम मिलन, खेलो इंडिया चैंपियन जतिन कन्नौजिया,जूनियर नेशनल चैंपियन शिवांश और नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट आयुष शर्मा ने स्टेडियम में तिरंगा लहराकर जीत का जश्न मनाया।
जयपुर हाउस में बांटी मिठाई
जयपुर हाउस में राहुल चतुर्वेदी, महेंद्र खंडेलवाल आदि ने तिरंगा झंडे और ढोल-ढोलक के साथ ओलिंपिक में मिले गोल्ड का जश्न मनाया। उन्होंने लोगों को मिठाई बांटकर उनकी मुंह भी मीठा कराया। राहुल चतुर्वेदी का कहना था कि नीरज चोपडा़ ने देश ही नहीं, हर भारतीय का नाम दुनिया में रोशन कर दिया।
वहीं गुरु का ताल स्थित बलूनी क्लासेज में डा. ललितेश यादव ने अपने स्टाफ के साथ तिरंगा लहराकर और मिठाई बांटकर इस जीत का जश्न मनाया। उनका कहना था कि यह जीत हर भारतीय की है। इससे देश, खासकर युवाओं में खेलों के प्रति रुझान और बढ़ेगा।
नीरज चोपड़ा का मैं अत्यंत आभारी हूं। उन्होंने 135 करोड़ भारतीयों के ख्वाब को हकीकत में बदल दिया है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि एथलेटिक्स भी एक खेल है। भाला फेंक में मिले इस स्वर्ण पदक से देश में एथलेटिक्स को संजीवनी मिलेगी।
-अंकित शर्मा, ओलिंपियन
नीरज चोपड़ा के ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने की खुशी बयां करने को मेरे पास शब्द नहीं हैं। एक फौजी ने देश का मान बढ़ाया है। मैं भी एक सैनिक हूं। खेलों में नए युग की शुरुआत होगी।
-रतन सिंह भदौरिया, एशियन गोल्ड मेडलिस्ट
आज का दिन ऐतिहासिक है। पीटी उषा वर्ष 1984 में सेकेंड के सौवें हिस्से से कांस्य पदक से रह गई थीं। पहली बार एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक मिला है। उम्मीद है कि अब युवा एथलेटिक्स से जुड़ेंगे।
-मलकीत सिंह, सीनियर खिलाड़ी
तुमको हमारी उम्र लग जाए। देश के 135 करोड़ भारतीयों की तरफ से शुभकामनाएं। अगले ओलिंपिक में भी अच्छा प्रदर्शन करते रहें। स्वर्ण पदक से खिलाड़ियों के प्रति लोगों की मानसिकता बदलेगी।
-केके शर्मा, रणजी खिलाड़ी
आज ऐतिहासिक दिन है। ओलिंपिक गेम्स में एथलेटिक्स में भारत का खाता स्वर्ण पदक से खुला है। नीरज चोपड़ा ने स्वर्णिम भाला फेंककर देशवासियों के ख्वाब को पूरा कर दिया।
-नरेंद्र सिंह, सचिव जिला एथलेटिक्स संघ
यह न भूलने वाले पल हैं। देश नीरज चोपड़ा का आभारी है, जिन्होंने देश का मान बढ़ाया है। एथलेटिक्स में भारत के लिए पदक सौ वर्षों से अधिक समय से ख्वाब बना हुआ था।
-श्रीकिशन गोयल, पूर्व अध्यक्ष नेशनल चैंबर