Tourism in Agra: आगरा में 15 माह से बेरोजगार हैं इनबाउंड टूरिज्म से जुड़े लोग, टूट रहीं उम्मीदें
विदेशी पर्यटकों पर अधिक आश्रित है आगरा का पर्यटन उद्योग। मार्च 2020 से इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा पर रोक। स्मारकों की बंदी इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा सर्विस पर रोक के चलते टूर आपरेटर विदेशी एजेंटों को आइटनरी तक नहीं भेज पाए हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में इनबाउंड टूरिज्म (विदेशी पर्यटन) का काम करने वाले और उनसे जुड़े लोग 15 माह से बेरोजगार हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण ने काम-धंधे को पूरी तरह चौपट कर दिया है। ऐसा टूरिस्ट वीजा सर्विस और इंटरनेशनल फ्लाइट पर मार्च, 2020 से रोक की वजह से हुआ है। इन लोगों को वर्ष 2021 में भी पर्यटन उद्योग के संकट से उबरने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है।
आगरा का पर्यटन उद्योग यहां आने वाले विदेशी पर्यटकों पर अधिक निर्भर करता है। कोरोना वायरस के संक्रमण की पहली लहर में 17 मार्च, 2020 को देशभर के स्मारक बंद हो गए थे। स्मारक बंद होने से पूर्व ही सरकार ने टूरिस्ट वीजा सर्विस पर रोक लगा दी थी। स्मारक बंद होने के बाद इंटरनेशनल फ्लाइट पर भी रोक लगा दी गई थी। आगरा में ताजमहल 21 सितंबर को खुल गया था, लेकिन इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा सर्विस पर रोक के चलते विदेशी पर्यटक यहां नहीं आ सके। कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर में स्मारक 16 अप्रैल से बंद हो गए, लेकिन इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा पर मार्च, 2020 में लगाई गई रोक अभी भी बरकरार है। इसके चलते 15 महीने से विदेशी पर्यटकों पर आश्रित रहने वाले आगरा के पर्यटन कारोबारी पूरी तरह बेराेजगार बैठे हुए हैं। उन्हें कोई काम नहीं मिल सका है। कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर जरूर थमी है, लेकिन पर्यटन कारोबारियों को इस वर्ष भी काम मिलने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है। उनका इंतजार बढ़ता ही जा रहा है।
इस समय होती थी बुकिंग
आगरा में पर्यटन सीजन सितंबर से मार्च तक रहता है। इस दौरान टूर अापरेटर विदेशी एजेंटों के माध्यम से पर्यटकों के टूर की बुकिंग किया करते थे। स्मारकों की बंदी, इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा सर्विस पर रोक के चलते टूर आपरेटर विदेशी एजेंटों को आइटनरी तक नहीं भेज पाए हैं।
विदेशी पर्यटन पर यह लोग हैं आश्रित
-टूर आपरेटर्स
-होटल व रेस्टोरेंट कारोबारी
-हैंडीक्राफ्ट कारोबारी
-गाइड
-फोटोग्राफर
15 माह से विदेशी पर्यटन का काम करने वाले टूर आपरेटर्स आैर उनसे जुड़े लोग बेरोजगार हैं। न जाने कितने लोगों की नौकरी चली गई है। घर से बैठे-बैठे कब तक खाएंगे? सरकार को विदेशी पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों के बारे में विचार करना चाहिए।
-राजीव सक्सेना, संस्कृति वैकेशंस
आगरा का पर्यटन कारोबार विदेशी पर्यटकों पर अधिक आश्रित करता है। यही वजह है कि कोरोना काल में जब स्मारक बंदी के बाद खुले थे, तब एंपोरियम व शोरूम बंद ही रहे थे। 15 माह से कोई काम नहीं होने से अब रोजी-रोटी का संकट गहराता जा रहा है।
-राजेश शर्मा, ली पैसेज टू इंडिया