Child Adoption: अस्पताल में शिशु को गोद लेने वालों की लगी लाइन, महिला आयोग काे लिखा पत्र
Child Adoptionसिकंदरा क्षेत्र में लावारिस हालत में मिली थी मानसिक दिव्यांग गर्भवती महिला। शाहगंज के अस्पताल में 11 नवंबर काे बेटे को दिया जन्म गोद लेने पहुुंच रहे लोग। सामाजिक कार्यकर्ता ने महिला और बाल आयोग के साथ ही डीएम को पत्र लिखा है।
आगरा, जागरण संवाददाता। सिकंदरा क्षेत्र में चार महीने पहले मिली मानसिक दिव्यांग महिला ने बुधवार को अस्पताल में स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है। इसे गोद लेने के लिए कई लोग अब तक अस्पताल पहुंच चुके हैं। हर कोई इस शिशु को गोद लेना चाहता है। मामले में सामाजिक कार्यकर्ता ने महिला और बाल आयोग के साथ ही डीएम को पत्र लिखा है। इससे कि महिला को मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में और नवजात को राजकीय शिशु एवं बाल गृह में भेजा जा सके। उसे गोद लेने के इच्छुक लोग सेंट्रल एडाप्शन रिसोर्स एजेंसी (कारा) के माध्यम से आवेदन कर सकें।
सिकंदरा के बाबरपुर गांव के बाहर इस साल जुलाई में कोई ट्रक चालक बिहार की रहने वाली गर्भवती महिला को छोड़ गया था।
महिला के बारे में जानकारी होने पर सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस ने 23 जुलाई को पुलिस को सूचना दी। इसके बाद महिला को रामलाल आश्रम में भेजा गया। महिला ने नौ नवंबर को शाहगंज के अस्पताल में एक स्वस्थ बच्व्चे को जन्म दिया। महिला अपनी मानसिक स्थिति के चलते शिशु की देखभाल नहीं कर पा रही है । वह उसे दूध नहीं पिला रही है।
उधर, इस बच्चे को गोद लेने के इच्छुक लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं । नरेश पारस ने शिशु और उसकी मां की देखभाल के लिए महिला आयोग, बाल आयोग और डीएम को पत्र लिखा है । सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि महिला को इलाज की जरूरत है। उसे मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में भर्ती कराने की मांग की है। वहीं शिशु को बाल गृह में आश्रय दिलाने की जरूरत है। महिला के स्वस्थ होन तक बाल गृह में शिशु को देखभाल हो सके। इसके साथ ही गोद लेने के इच्छुक लोग कारा के माध्यम से आवेदन कर सकें।