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इमरजेंसी से मरीजों की छुट्टी, अल्ट्रासाउंड नहीं हुआ, 10 फीसद मरीज लौटे

इमरजेंसी से मरीजों की छुट्टी अल्ट्रासाउंड नहीं हुआ 10 फीसद मरीज लौटे

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 11:44 PM (IST)Updated: Wed, 08 Dec 2021 11:44 PM (IST)
इमरजेंसी से मरीजों की छुट्टी, अल्ट्रासाउंड नहीं हुआ, 10 फीसद मरीज लौटे
इमरजेंसी से मरीजों की छुट्टी, अल्ट्रासाउंड नहीं हुआ, 10 फीसद मरीज लौटे

आगरा, जागरण संवाददाता। जूनियर डाक्टरों ने बुधवार को इमरजेंसी और आइसीयू का काम भी बंद कर दिया। इससे व्यवस्थाएं चरमरा गईं। इमरजेंसी से मरीजों की छुट्टी कर दी गई। गंभीर मरीज ही भर्ती किए गए, भर्ती न करने पर 10 फीसद मरीजों को लौटना पड़ा। मरीजों के अल्ट्रासाउंड नहीं हुए।

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नीट पीजी काउंसिलिग 2021 कराने की मांग को लेकर जूनियर डाक्टरों ने ओपीडी, वार्ड के बाद इमरजेंसी और आइसीयू में भी काम बंद कर दिया है। इमरजेंसी, आइसीयू और वार्ड में डाक्टर, सीनियर रेजीडेंट, नान पीजी जूनियर डाक्टरों की ड्यूटी लगाई गई। मगर, मरीजों की संख्या अधिक होने से समस्या होने लगी। फेडरेशन रेजीडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन की स्थानीय शाखा के पदाधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात केंद्र सरकार से होगी। इसमें बीच का रास्ता निकल सकता है। प्राचार्य डा. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि मरीजों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। डाक्टरों की अतिरिक्त डयूटी लगाई गई है। चरमराई व्यवस्थाएं, कराहते रहे मरीज :

इगलास, अलीगढ़ निवासी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने मां मोहन देवी को असहनीय दर्द होने पर मंगलवार शाम को एसएन इमरजेंसी में भर्ती कराया था। बुधवार सुबह इमरजेंसी से छुट्टी कर दी और हड़ताल खत्म होने के बाद आने के लिए कहा है। उन्होंने दर्द से कराह रही मां को इमरजेंसी परिसर में ही लिटा दिया। भर्ती नहीं किया, आटो से ले गए :

शमसाबाद निवासी नरायण सिंह को स्वजन इमरजेंसी में भर्ती कराने लाए। यहां भर्ती नहीं किया। उनके प्लास्टर लगा हुआ था और परेशानी हो रही थी। स्वजन आटो से उन्हें ले गए। बस हादसे में घायलों की स्वजनों ने की पट्टी :

मंगलवार को लखनऊ एक्सप्रेस वे पर बस के पलट जाने से घायल हुए यात्रियों को एसएन में भर्ती कराया गया था। यहां भर्ती कृष्णनंद निवासी छपरा बिहार के स्वजनों ने बताया कि रात में खुद ही पट्टी करनी पड़ी। यहां सही तरह से इलाज नहीं हो रहा है। इसलिए चारों घायलों को दिल्ली ले जा रहे हैं। घंटों इंतजार के बाद भी नहीं हुआ अल्ट्रासाउंड :

जूनियर डाक्टरों के कार्य बहिष्कार के चलते अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन और एमआरआइ में भी समस्या हुई। कालिदी विहार निवासी सौरभ ने बताया कि कई घंटे इंतजार के बाद भी अल्ट्रासाउंड नहीं हुआ। ओपीडी में करना पड़ा ढ़ाई घंटे इंतजार, 1361 मरीज पहुंच :

एसएन की ओपीडी में भी व्यवस्थाएं चरमरा गईं। ओपीडी में परामर्श के लिए मरीजों को ढ़ाई घंटे इंतजार करना पड़ा। यहां1,361 मरीजों को परामर्श दिया गया। मेडिसिन की ओपीडी में 283, चर्म रोग विभाग की ओपीडी में 177, टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट की ओपीडी में 152 मरीजों को परामर्श दिया गया।


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