करोड़ों का कारोबार, पार्किंग को घंटों इंतजार
आगरा: पहले राजामंडी स्टेशन जाने के लिए यहीं बाजार के बीच होकर रास्ता था। यहीं से लोग स्टेशन जाते थे, लेकिन अब यह बंद हो गया। यहां पार्किग की जरूरत है।
आगरा: पहले राजामंडी स्टेशन जाने के लिए यहीं बाजार के बीच होकर रास्ता था। यहीं से लोग स्टेशन पहुंच जाते थे। रेलवे स्टेशन के पास का मुख्य बाजार होने के कारण लोग यहीं खरीदारी भी करते थे। कपड़े और खान-पीन के सामान के लिए यह बाजार काफी प्रसिद्ध था। छोले भटूरे, लस्सी, चाट और कचौड़ी खाने के लिए शौकीन काफी दूरदराज से आते थे। अब बाजार का स्वरूप बदल गया है। जाम ने दुकानदारों का जीना दूभर कर दिया है। पार्किग न होने से लगने वाले जाम के कारण खरीदार बाजार में अंदरूनी दुकानों में जाने से कतराते हैं। इससे इनका व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। पांच करोड़ रुपये का प्रतिदिन कारोबार
राजामंडी मार्केट में पांच करोड़ रुपये का कारोबार प्रतिदिन होता है। यह कपड़ा और स्टेशनरी का प्रमुख बाजार है। यहां फुटकर और थोक में कपड़ों की बिक्री की जाती है। नर्सरी से लेकर उच्च शिक्षा तक की किताबों के लिए भी प्रसिद्ध बाजार है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आवश्यक पाठ्य सामग्री और आवेदन पत्रों के लिए युवा यहीं आते हैं। पार्किग है प्रमुख समस्या
शहर के सबसे बड़े बाजारों में एक राजामंडी में पार्किग सबसे बड़ी समस्या है। 40 फीट की रोड के बावजूद यहां पार्किग को लेकर अक्सर झगड़े होते रहते हैं। खरीदारी के लिए आने वाले लोग बाजार में पार्किग न होने के कारण दुकानों के सामने वाहन खड़ा कर देते हैं। इससे कई बार विवाद की स्थिति बन जाती है। पैदल यात्रियों को होती है परेशानी
बाजार में दुकानों के सामने लोगों के निकलने के लिए गैलरी बनाई गई हैं। गैलरी पर दुकानदारों का कब्जा है। वे यहीं फड़ लगा लेते हैं। इससे लोगों के चलने के लिए रास्ता बंद हो जाता है। सड़क के दोनों ओर की पार्किग लोगों की परेशानी का सबब है। तांगा स्टैंड पर कब्जा, बनाई अस्थाई दुकानें
राजामंडी स्टेशन जाने के लिए पहले इस बाजार में पुलिस चौकी के पास तांगा स्टैंड था। यहां से लोग स्टेशन के लिए तांगा पकड़ते थे। रास्ता बंद होने के बाद यहां से तांगा स्टैंड भी खत्म कर दिया गया। इस स्थान पर दुकानदारों ने कब्जा कर अस्थाई दुकानें बना ली हैं। 200 साल पुराना है यह बाजार
राजामंडी बाजार दो सौ साल से अधिक पुराना है। यहां शुरूआत में कपड़े और मसालों का कारोबार होता था। धीरे-धीरे यह कारोबार दरेसी और किनारी बाजार में चला गया। यह कपड़े का मुख्य कारोबार बनकर रह गया। बाद में आगरा कॉलेज और सेंट जोंस कॉलेज के निर्माण के बाद स्टेशनरी और किताबों का व्यवसाय भी यहां तेजी से बढ़ता गया। बाजार में पार्किग की प्रमुख समस्या है। कई बार प्रशासन के साथ अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाए गए लेकिन कुछ समय बाद दोबारा यही समस्या सामने आ जाती है।
-गिरीश चंद्र शर्मा, संरक्षक, राजामंडी मुख्य बाजार कमेटी - जाम के कारण लोग बाजार में अंदर तक नहीं आ पाते। शुरूआती कुछ दुकानों से सामान देखने या खरीदने के बाद वे लौट जाते हैं।
-भीम सेन अनेजा, दुकानदार - गैलरी के अलावा रोड खाली कराई जाए। इसके लिए बाजार में पार्किग का निर्माण होना चाहिए। भीड़भाड़ के कारण अक्सर छेड़छाड़ के मामले भी सामने आते रहते हैं।
-रामनिवास राठौर, अध्यक्ष, राजामंडी मुख्य बाजार कमेटी