CoronaVirus: सिंगापुर से लौटी काेरोना संदिग्ध बेटी की जानकारी छुपाना पड़ा पिता पर भारी, होगी कार्रवाई Agra News
तीन घंटे तक स्वास्थ्य विभाग की टीम को करते रहे थे गुमराह। डीआरएम को पत्र लिखकर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए कहा गया। शनिवार को लिए गए 35 सैंपल।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम को शासन के निर्देश पर सख्त कार्रवाई की गई है। डीएम प्रभु एन सिंह ने कोरोना संदिग्ध युवती के रेलवे अधिकारी पिता पर मजिस्ट्रेट और स्वास्थ्य विभाग की टीम को गुमराह करने पर सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स को मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। साथ ही डीआरएम, आगरा मंडल सुनील कुमार श्रीवास्तव को अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।
बेंगलुरू से अपने मायके रेलवे कॉलोनी आई कोरोना संदिग्ध युवती को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराने के लिए शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। टीम को रेलवे अधिकारी पिता ने बेटी के दिल्ली जाने की बात कहकर गुमराह किया, कभी ट्रेन से तो कभी कार से दिल्ली जाने की बात कही। वहां से फ्लाइट से बेंगलुरू जाने की बात कहकर गुमराह करते है, मजिस्ट्रेट से भी झूठ बोला। पुलिस को बुलाने के बाद घर को घेर लिया गया, करीब तीन घंटे तक ऑपरेशन कोरोना चला, रेलवे अधिकारियों से वार्ता की गई, रेलवे अधिकारी अपनी बेटी को घर से बाहर ले आए। संदिग्ध युवती एसएन के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती है। रेलवे अधिकारी सहित आठ स्वजनों को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। इन आठ सहित 32 के सैंपल भेजे गए थे, इन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कोरोना संदिग्ध युवती के सैंपल केजीएमयू, लखनऊ भेजे गए थे, अभी रिपोर्ट नहीं आई है। शनिवार को 35 नए सैंपल लिए गए हैं।
बेंगलुरू से फ्लाइट से दिल्ली और दिल्ली से गतिमान से आगरा आई, तीन टीमें लगी
स्वास्थ्य विभाग की तीन टीम कोरोना संदिग्ध युवती के संपर्क में आए लोगों का ब्योरा जुटा रही हैंं। पूछताछ में सामने आया है कि युवती बेंगलुरू से फ्लाइट से दिल्ली आई थी, वहां से गतिमान से आगरा आई। उसके बगल की सीट पर बैठे लोगों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। जिससे उनकी भी स्क्रीनिंग कराई जा सके।
सिंगापुर से हनीमून मनाने के बाद लौटी थी युवती
रेलवे कॉलोनी निवासी रेलवे अधिकारी की बेंगलुरू में आइटी सेक्टर में कार्यरत बेटी गूगल में कार्यरत अपने पति के साथ सिंगापुर गई थी, वहां से दो मार्च को लौटी। नौ मार्च को होली पर अपने मायके रेलवे कॉलोनी आ गई, बेंगलुरू में पति में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद 12 मार्च को जिला अस्पताल में सैंपल लिए गए। शुक्रवार को जेएन मेडिकल कॉलेज एएमयू, अलीगढ़ में जांच में हैवी वायरस लोड की पुष्टि होने पर केजीएमयू लखनऊ भेज दिए गए।
धारा 269, 270 और एपीडेमिक डिजीज एक्ट 1897 के तहत होगा मुकदमा
सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स ने बताया कि कोरोना संदिग्ध युवती के रेलवे अधिकारी पिता पर आइपीसी की धारा 269, 270 और एपीडेमिक डिजीज एक्ट 1897 के तहत मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। धारा 269, 270 में ऐसा कार्य जिससे रोग का संक्रमण फैल सकता है, मुकदमा दर्ज कराया जाता है। छह महीने से दो साल का कारावास, जुर्माना या दोनों से दंडित किया जा सकता है।
अब तक भेजे गए सैंपल 333
(296 की रिपोर्ट मिली, सात में कोरोना वायरस की पुष्टि, एक संदिग्ध, 260 निगेटिव, 37 की रिपोर्ट का इंतजार )
फरवरी - 11 सैंपल भेजे गए, सभी निगेटिव
2 मार्च - 13 के सैंपल लिए, 5 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि, आठ की रिपोर्ट निगेटिव (जूता कारोबारी सगे भाई, एक महिला और दो बच्चे)
3 मार्च - 25 के सैंपल लिए गए, सभी की रिपोर्ट निगेटिव
4 मार्च - 28 के सैंपल लिए गए, सभी की रिपोर्ट निगेटिव
5 मार्च - 16 के सैंपल लिए गए,
सभी की रिपोर्ट निगेटिव
6 मार्च - 39 के सैंपल लिए गए, जूता कारोबारी की फैक्ट्री के मैनेजर में पुष्टि , 36 निगेटिव और दो की रिपोर्ट नहीं मिली।
7 मार्च - 23 सैंपल लिए गए, मैनेजर की पत्नी में पॉजिटिव, 22 की रिपोर्ट निगेटिव
8 मार्च - 22 सैंपल लिए गए, सभी निगेटिव
9 मार्च - 59 सैंपल लिए गए, सभी की रिपोर्ट निगेटिव
10 मार्च - छह सैंपल भेजे गए, सभी की रिपोर्ट निगेटिव
11 मार्च - 12 के सैंपल भेजे गए, 12 की रिपोर्ट निगेटिव
12 मार्च - 12 के सैंपल लिए गए, 11 की रिपोर्ट निगेटिव, एक संदिग्ध, केजीएमयू लखनऊ भेजे गए सैंपल, अभी रिपोर्ट नहीं आई है।
13 मार्च - 32 सैंपल लिए गए, सभी की रिपोर्ट निगेटिव
14 मार्च - 35 सैंपल लिए गए
कोरोना संदिग्ध युवती के रेलवे अधिकारी पिता ने मजिस्ट्रेट के सामने झूठ बोला, गुमराह करते रहे, सीएमओ को मुकदमा दर्ज कराने और डीआरएम को पत्र लिखकर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है।
प्रभु एन सिंह, जिलाधिकारी