Option After 10th: दवाब से नहीं समझ लें काम, एक नहीं कई रहते हैं विकल्प
Option After 10th रूचि अनुसार करें विषयों का चुनाव दबाव में नहीं बनता भविष्य। कला विज्ञान वाणिज्य के अलावा भी हैं विकल्प।
आगरा, जागरण संवाददाता। अब वो समय नहीं रहा, जब ग्रेजुएशन के बाद भविष्य की प्लानिंग होती थी।फिर करियर प्लानिंग बारहवीं के बाद होने लगी। अब बच्चे दसवीं का रिजल्ट आते ही अपना ध्यान अपने भविष्य की राह पर चलने पर केंद्रित कर लेते हैं। दसवीं के बाद ही तय करने लगे हैं कि उन्हें किसी क्षेत्र में भविष्य बनाना है। अब तीनों बोर्डों का दस वीं का रिजल्ट आ चुका है। विद्यार्थियों की कशमकश शुरू हो चुकी है कि किस स्ट्रीम को चुनें, जिससे भविष्य की तरफ बढ़ने में आसानी हो। इस रिपोर्ट में दसवीं के बाद क्या विकल्प हैं, इसकी जानकारी दी जाएगी।
कला संकाय या आर्ट स्ट्रीम
यदि आप समाज सेवक,राजनीतिज्ञ, वकील, अभिनेता, न्यायाधीश, पत्रकार, प्रोफेसर या प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहते हैं तो आर्ट्स का चयन कर सकते हैं। इस संकाय में सभी सं कायों के मुकाबले अधिक विषय हैं व रोजगार की संभावनाएं भी ज्यादा हैं।
कॉमर्स स्ट्रीम या वाणिज्य संकाय
चार्टर्ड एकाउटेंट, बैंक मैनेजर, व्यापारी, कंपनी सेक्रेटरी, फाइनेंस अॉफीसर,प्रशासनिक अधिकारी जैसे पदों पर नौकरी करने वालों के लिए यह स्ट्रीम एकदम उपयुक्त है।कॉमर्स वालों के लिए कॉरपोरेट वर्ल्ड में भी काफी संभावनाएं हैं।
साइंस स्ट्रीम या विज्ञान संकाय
चिकित्सक, वैज्ञानिक, आविष्कारक, पायलट बनने की चाहत रखने वालों के लिए यह संकाय है।इस संकाय के विद्यार्थी लगभग सभी क्षेत्रों में रोजगार के लिए आवेदन कर सकते हैं।
डिप्लोमा कोर्स भी है विकल्प
दसवीं के बाद पॉलीटेक्नीक या आईटीआई में भी प्रवेश लिया जा सकता है। पॉलीटेक्नीक कोर्स दो से तीन साल का होता है।दसवीं के बाद इसकी अवधि तीन व बारहवीं के बाद इसकी अवधि दो साल की होती है।आईटीआई करने के बाद सीधा नौकरी की जा सकती है।
सबसे पहले बच्चा खुद यह तय करें कि उन्हें क्या करना है। अपने दोस्तों के कहे मुताबिक काम न करें। अभिभावक भी बच्चों पर दबाव न बनाएं। बच्चों की रूचि देखें, उसी के अनुसार उन्हें स्ट्रीम चुनने दें। आज के समय में बायोटेक्नोलॉजी का काफी स्कोप है।
- राजीव शर्मा, कोचिंग संचालक
समय के साथ काफी बदलाव आए हैं। दसवीं के बाद से ही बच्चे अपने भविष्य की प्लानिंग शुरू कर रहे हैं। मैं हर साल अभिभावकों और बच्चों को यही सलाह देता हूं कि दबाव में आकर भविष्य की राह न पकड़ें। अपना विजन साफ रखें कि भविष्य में खुद को कहां खड़ा देखना चाहते हैं,उसके अनुसार ही पढ़ाई करें।
- डा. राहुल राज, निदेशक, मिल्टन पबि्लक स्कूल