Tajmahal: ताजमहल में आज से असली कब्रें देखने का मौका, शहंशाह शाहजहां का उर्स आज से हो रहा शुरू
मुगल शहंशाह शाहजहां के तीन दिवसीय उर्स की दोपहर दो बजे होगी शुरुआत। शुक्रवार को भी खुलेगा स्मारक पर्यटकों को उर्स में मिलेगा निश्शुल्क प्रवेश। शहंशाह शाहजहां का उर्स इस्लामिक कैलेंडर के रजब माह की 25 26 व 27 तारीख को मनाया जाता है।
आगरा, जागरण संवाददाता। मुगल शहंशाह शाहजहां का 366वां उर्स ताजमहल में बुधवार से शुरू होगा। तीन दिवसीय उर्स में सैलानियों को तहखाने में स्थित शाहजहां और मुमताज की असली कब्रों को देखने का मौका मिलेगा। उर्स के चलते शुक्रवार को भी ताजमहल खुलेगा। पर्यटकों को स्मारक में निश्शुल्क प्रवेश दिया जाएगा।
शहंशाह शाहजहां का उर्स इस्लामिक कैलेंडर के रजब माह की 25, 26 व 27 तारीख को मनाया जाता है। इस्लामिक कैलेंडर की यह तारीख 10 से 12 मार्च तक हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने उर्स के दिनों में ताजमहल को पर्यटकों के लिए निश्शुल्क करने का आदेश पहले ही जारी कर दिया था। जिला प्रशासन ने मंगलवार को उर्स के लिए अनुमति जारी कर दी, जिसके बाद ताजमहल में बुधवार से शुक्रवार तक उर्स के आयोजन की तैयारियां शुरू हो गईं। उर्स में मुख्य आकर्षण तहखाने में स्थित शाहजहां और मुमताज की असली कब्रें रहती हैं। इन्हें वर्ष में केवल उर्स के अवसर पर ही खोला जाता है। उर्स में तीन दिन सैलानी असली कब्रों को देख सकेंगे। शुक्रवार को साप्ताहिक बंदी के चलते ताजमहल बंद रहता है, लेकिन उर्स के अंतिम दिन शुक्रवार को स्मारक खोला जाएगा। एडीएम सिटी डा. प्रभाकांत अवस्थी ने बताया कि शाहजहां के उर्स के लिए अनुमति प्रदान कर दी गई है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। उर्स में कोविड प्रोटोकाल का पालन करना होगा।
यह रस्में हाेंगी
उर्स में पहले दिन गुस्ल की रस्म होगी। दूसरे दिन संदल चढ़ाया जाएगा। तीसरे दिन सुबह से शाम तक चादर और पंखे चढ़ाए जाते हैं। शाम को फोरकोर्ट में लंगर तकसीम किया जाता है।
दोपहर दो बजे से निश्शुल्क प्रवेश
उर्स के पहले दिन बुधवार दोपहर दो बजे से सैलानियों को ताजमहल में निश्शुल्क प्रवेश मिलेगा। गुरुवार को भी दोपहर दो बजे से स्मारक में प्रवेश निश्शुल्क रहेगा। शुक्रवार को पूरे दिन ताजमहल मेें टिकट नहीं लगेगा।
1331 मीटर लंबी चादर चढ़ेगी
उर्स के तीसरे दिन शुक्रवार को खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी द्वारा 1331 मीटर लंबी सतरंगी चादर चढ़ाई जाएगी। वर्ष 2019 में 1221 मीटर लंबी चादर चढ़ाई गई थी। वर्ष 2020 में लाक डाउन के चलते ताजमहल बंद होने से उर्स नहीं हुआ था।