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आगरा में सूदखोरों के खिलाफ अापरेशन मुक्ति अभियान की शुरूआत, SSP ने दिए निर्देश

आगरा में जूता कारीगरों के बीच में सूदखोरों ने फैला रखा है जाल। जगदीशपुरा और शाहगंज थाना क्षेत्रों में है सबसे ज्यादा जूता कारीगर। एसएसपी ने दोनों थानाें के प्रभारी निरीक्षकों को दिए सूदखोरों को चिन्हित करने के निर्देश।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Tue, 23 Feb 2021 09:53 AM (IST)Updated: Tue, 23 Feb 2021 09:53 AM (IST)
आगरा में सूदखोरों के खिलाफ अापरेशन मुक्ति अभियान की शुरूआत, SSP ने दिए निर्देश
एसएसपी आगरा बबलू कुमार ने सूदखोरों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में सूदखोरों के खिलाफ आपरेशन मुक्ति अभियान की शुरूआत की गई है। इसकी शुरूआत दो थानों जगदीशपुरा और शाहगंज से की गई है। एसएसपी ने दोनों थानों के प्रभारी निरीक्षकों को उनके इलाकों में सक्रिय सूदखोरों का पता लगा उन्हें चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं। इससे कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

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आगरा में ब्याज पर रकम उठाने वाले दर्जनों लोग हैं। मगर, इनमें से कुछ के ही पास में साहूकारी का लाइसेंस है। इसके चलते उनकी ब्याज वसूलने की दर भी निर्धारित है। ब्याज पर रकम देने वाले अधिकांश सूदखोरों के पास लाइसेंस नहीं है। वह ब्याज पर ब्याज पर वसूलते हैं। इसके चलते एक बार यदि कोई उनके चंगुल में फंस जाए तो फिर इससे निकलना असंभव होता है।ब्याज पर रकम लेने वाले सबसे ज्यादा जूता कारीगर हैं। जिन्हें अपनी कमाई का अधिकांश हिस्सा ब्याज में देना होता है।

जगदीशपुरा और शाहगज थाना क्षेत्रों में हजारों जूता कारीगर हैं। जो जूता फैक्ट्री से लेकर कारखाने तक में काम करते हैं। इसके चलते मनमाने ब्याज पर रकम देने का काम भी इन्हीं दाेनों थाना क्षेत्रों में होता है। शाहगंज के ग्यासपुरा में पिछले वर्ष सितंबर में जूता कारीगर दीपक कुमार ने पत्नी और बच्चों के साथ खुदकुशी करने का प्रयास किया था। दीपक ने अपनी वीडियाे बनाकर परिचित और रिश्तेदारों को भेजी थी। इसमें परिवार समेत खुदकुशी करने का कारण ब्याज पर ली गई रकम बताई थी। दीपक के भाई ने उसका वीडियाे देखने के बाद समय रहते मोके पर पहुंचकर उसे और पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया। इसके चलते उनकी जान बच सकी थी।

दीपक ने ग्यासपुरा के रहने वाले ब्याज पर रकम देने वाले से लाकडाउन में काम बंद होने के चलते डेढ़ लाख रुपये दस फीसद की ब्याज से उधार लिए थे। रकम वापसी को लेकर सूदखोर के गुर्गे उसे परेशान कर रहे थे। उसे 23 सितंबर को अपने घर पर बुलाकर मारपीटा और जबरन कागजों पर हस्ताक्षर कराके रकम दोगुनी कर दी थी। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके आरोपितों काे जेल भेजा था। इसके अलावा इन थाना क्षेत्रों से और भी कई शिकायतें सामने आ चुकी हैं।

सूदखोरों के खिलाफ आपरेशन मुक्ति के नाम से अभियान शुरू किया गया है। बिना लाइसेंस के ब्याज का काम करने वालों को चिन्हित करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बबलू कुमार, एसएसपी 


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