यमुना के पुनरुद्धार को पहली बार आनलाइन पिटीशन, आगरा से उठा ये कदम
नदी में डिसिल्टिंग ड्रेजिंग और सफाई की मांग। रिवर कनेक्ट कैंपेन में मंगलवार को की गई पहल। बुधवार सुबह तक ही 600 से ज्यादा लोग कर चुके हैं हस्ताक्षर। अब इस पिटीशन को सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा जाएगा। देहरादून तक के लोग शामिल हुए इस मुहिम में।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में कालिंदी की पीर हरने और उसके पुनरुद्धार को पहली बार आनलाइन पिटीशन की गई है। रिवर कनेक्ट कैंपेन ने चेंज डाट ओआरजी (change.org) के माध्यम से पिटीशन की है। पहली बार आगरा के किसी मुद्दे को इस तरह डिजिटल प्लेटफार्म पर उठाया गया है। शहरवासियों का इसे भरपूर समर्थन मिल रहा है।
आगरा में यमुना की दशा किसी से छुपी नहीं है। वर्षाकाल को छोड़ दें नदी हमेशा सूखी रहती है और उसमें केवल सीवर बहता है। नवंबर, 2013 में कोठी मीना बाजार मैदान में हुई रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (तब प्रधानमंत्री नहीं थे) यमुना को स्वच्छ करने का मुद्दा उठाया था। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जीआइसी मैदान में हुई सभा में दिल्ली से आगरा के बीच पर्यटकों के लिए फेरी सर्विस शुरू करने की बात कही थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2017 में ताजमहल के डाउन स्ट्रीम में बैराज बनाने की घोषणा की। आज तक इस दिशा में कुछ नहीं हो सका है। यमुना सिसक रही है और जनप्रतिनिधियों ने आंखें मूंद रखी हैं। रिवर कनेक्ट कैंपेन के तहत की गई आनलाइन पिटीशन में नदी में डिसिल्टिंग, ड्रेजिंग व सफाई, डूब क्षेत्र में हुए अतिक्रमण ध्वस्त करने, वर्ष भर निश्चित जल स्तर बनाए रखने और यमुना के पवित्र स्वरूप को संरक्षित करने की मांग की गई है।
आनलाइन पिटीशन की पहल करने वाले रिवर कनेक्ट कैंपेन के ब्रज खंडेलवाल ने बताया कि जैसे ही 500 से अधिक लोग पिटीशन को साइन करेंगे, उसे प्रधानमंत्री को सीधे भेज दिया जाएगा। यह पहली बार है जब आगरा के किसी मुद्दे को लेकर डिजिटल प्लेटफार्म पर आनलाइन पिटीशन की गई है। बुधवार सुबह 10:30 बजे तक करीब 636 लोग पिटीशन साइन कर चुके थे।