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किटी पार्टी अब घरों तक सीमित नहीं, बदल गया स्वरूप

आगरा जागरण संवाददाता। किटी पार्टी यानी महिलाओं के लिए फुर्सत के कुछ पल। जिसमें वे अपनी सह

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Nov 2019 10:00 AM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 10:00 AM (IST)
किटी पार्टी अब घरों तक सीमित नहीं, बदल गया स्वरूप
किटी पार्टी अब घरों तक सीमित नहीं, बदल गया स्वरूप

आगरा, जागरण संवाददाता।

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किटी पार्टी यानी महिलाओं के लिए फुर्सत के कुछ पल। जिसमें वे अपनी सहेलियों के साथ मस्ती करती हैं, धमाल करती हैं। पहले किटी पार्टी का दायरा सिर्फ घर तक था। किसी भी एक महिला के घर पर सब एकत्र होकर पार्टी कर लेती थीं। लेकिन समय के साथ इसमें भी बदलाव आया और अब किटी पार्टी घर के दायरे से बाहर निकल चुकी है। होटलों और रेस्टोरेंट में एंट्री ले चुकी किटी पार्टी अब थीम बेस्ड होने लगी हैं। क्या है किटी पार्टी?

किटी पार्टी यानी घर में रहने वाली महिलाओं ने अपनी सहेलियों के साथ दो पल गुजारने का एक रास्ता निकाला। इसमें सभी सहेलियां बैठकर एक साथ खाती हैं, मस्ती करती हैं। गेम खेलती हैं। हर महीने पैसे जमा होते हैं, किटी निकलती है। इससे बचत भी हो जाती है और महिलाओं की पार्टी भी हो जाती है। पहले घर में ही होती थी पार्टी

कुछ समय पहले तक किटी पार्टी महिलाएं अपने घरों में ही कर लिया करती थीं। हर महीने किटी से जुड़ी किसी भी एक महिला के घर को वैन्यू बना लिया जाता था। इस महिला की जिम्मेदारी होती थी कि वो अपनी सभी सहेलियों के लिए खाने और गेम का इंतजाम करेगी। अब होटलों और रेस्टोरेंट हैं वैन्यू

किटी पार्टी ने अपना दायरा बड़ा किया और अब होटलों और रेस्टोरेंट में किटी पार्टी प्लान की जाती हैं। इसके लिए बाकायदा बुकिंग की जाती है। थीम तैयार की जाती है। इस थीम के आधार पर ही सजावट होती है। महिलाओं को भी इसी थीम के आधार पर तैयार होकर आना होता है। इसके लिए इवेंट मैनेजर्स की मदद ली जाती है। हर थीम के लिए तैयार होते हैं कपड़े

अब किटी पार्टी की थीम के आधार पर महिलाएं अपने डिजायनर्स से अपने कपड़े तैयार करवाती हैं। गुजराती, स्कूल, रेट्रो, बॉलीवुड, कलर, मुगल-ए-आजम आदि थीम्स रखी जाती हैं। कुछ डिजायनर्स अब किटी पार्टियों के लिए किराए पर भी कपड़े उपलब्ध कराने लगे हैं। डिजायनर हिमानी सरन बताती हैं कि महिलाएं हर थीम के लिए हमसे किराए पर कपड़े ले जाती हैं। इससे उनका शौक भी पूरा हो जाता है और पैसे भी कम खर्च होते हैं। होटल और रेस्टोरेंट दे रहे ऑफर

शादियों और बड़ी पार्टियों की तरह ही अब किटी पार्टियों को भी होटल और रेस्टोरेंट वाले ऑफर देने लगे हैं। एक बार में 50 से 60 महिलाएं एक साथ लंच या डिनर के लिए किसी भी होटल में जाती हैं, तो वे उनका बिजनेस तैयार करती हैं। ऐसे में अब किटी पार्टी संचालिकाएं भी होटलों और रेस्टोरेंट से मोल-भाव करने लगी हैं। जैसे किसी रेस्टोरेंट में अगर 200 रुपये की प्लेट है तो वे 50 सदस्यों के आधार पर 150 या 120 रुपये पर मिल जाती है। पिकनिक भी जाती हैं महिलाएं

शहर के ऐसे कई किटी ग्रुप्स हैं, जो पिकनिक भी जाने लगे हैं। शहर के आसपास की जगहों पर सभी सदस्य मिलकर जाती हैं और पिकनिक करके आती हैं। कपल इवनिंग भी है खास

किटी ग्रुप सिर्फ महिलाओं की पार्टियां ही नहीं करते। साल में एक बार कपल इवनिंग भी प्लान की जाती है, जिसमें सभी सदस्य अपने पतियों के साथ पहुंचती हैं।

अब किटी पार्टी सिर्फ घर पर बैठकर खाना खाना नहीं है। अब किसी भी बड़ी पार्टी की तरह किटी पार्टी की भी प्लानिंग की जाती है। मेरी किटी में लगभग 100 से ज्यादा सदस्य हैं। हर महीने हम कुछ न कुछ अलग जरूर करते हैं।

- नीतू धनवानी, डैजलिंग क्लब गर्मियों में पूल पार्टी करते हैं तो सर्दियों में चूल्हे की रोटी की पार्टी करते हैं। हमारा क्लब हर महीने किसी न किसी थीम के आधार पर पार्टी प्लान करता है।

- शैली माटा,गार्जियस क्लब


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