ADA: एडीए की हर योजना में होगी अब जमीनों की जांच, सामने आएंगे और भी घोटाले
आगरा विकास प्राधिकरण की शास्त्रीपुरम योजना से होगी शुरुआत दिल्ली गेट निवासी सुशील कुमार गोयल ने फर्जी दस्तावेज से बेची जमीन। प्रशासन की ओर से दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। आधा दर्जन योजनाएं हैं शामिल एडीए उपाध्यक्ष ने दिए आदेश।
आगरा, जागरण संवाददाता। शास्त्रीपुरम आवासीय योजना में पांच बीघा से अधिक जमीन फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेची गई है। यह जमीन दिल्ली गेट निवासी सुशील कुमार गोयल और उनके बेटे सचिन कुमार ने बेची है। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। अब एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया के आदेश पर शास्त्रीपुरम सहित सात योजनाओं की जमीनों की जांच की जाएगी। यह जांच एक माह में पूरी होगी।
एडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि आवासीय और व्यावसायिक जमीनों की अलग-अलग जांच होगी। जमीन की क्या स्थिति है। इसे रजिस्टर में अंकित किया जाएगा। खतौनी से इसका मिलान होगा। एडीए कर्मचारियों की मिलीभगत का पता लगाया जाएगा। अगर कोई कर्मचारी इसमें शामिल पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतों ने खोली पोल: शास्त्रीपुरम आवासीय योजना की जमीनों की बिक्री की पोल शिकायतों से खुली है। बोदला निवासी एसके गोयल ने बताया कि खसरा नंबर 208 सहित अन्य में पांच बीघा जमीन है। बीस साल पूर्व एडीए ने जमीन का अधिग्रहण किया था लेकिन जमीन की निगरानी ठीक से नहीं की गई। इसी का फायदा कुछ लोगों ने उठाया।
इन प्रमुख योजनाओं की जमीन की होगी जांच
- ताजनगरी पहला चरण
- ताजनगरी दूसरा चरण
- शहीद नगर
- जयपुर हाउस
- अशोक नगर
- कालिंदी विहार
500 आवंटियों ने नहीं कराई है रजिस्ट्री: शास्त्रीपुरम और कालिंदी विहार आवासीय योजना में 500 आवंटी ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक रजिस्ट्री नहीं कराई है। आवंटियों को नोटिस जारी कर रजिस्ट्री कराने के लिए कहा गया है।
1140 करोड़ रुपये की मिल चुकी है लावारिस संपत्तियां: डेढ़ माह पूर्व एडीए उपाध्यक्ष के आदेश पर लावारिस संपत्तियों की जांच शुरू हुई थी। अब तक 1140 करोड़ रुपये की लावारिस संपत्तियां मिल चुकी हैं। इसी माह दूसरे चरण की जांच शुरू होने जा रही है। सबसे अधिक शास्त्रीपुरम में 400 करोड़ रुपये, कालिंदी विहार में 275 करोड़ रुपये, ताजनगरी प्रथम और द्वितीय चरण में 300 करोड़ रुपये की संपत्तियां प्रमुख रूप से शामिल हैं।