Nature Tourism: जागी उम्मीदें, अब प्राकृतिक पर्यटन के लिए भी जाना जाएगा आगरा
सूर सरोवर पक्षी विहार के रामसर साइट घोषित होने से जगी उम्मीद। विश्व पटल पर अब तक आगरा ऐतहासिक पर्यटन के लिए है प्रसिद्ध। प्राकृतिक पर्यटन के लिए भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की आइटनरी (भ्रमण कार्यक्रम) में सूर सरोवर पक्षी विहार शामिल हो सकेगा।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में ऐतिहासिक, धार्मिक, प्राकृतिक पर्यटन स्थलों की कमी नहीं है। तीन विश्व धरोहरों ताजमहल, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी के चलते उसे विश्व पटल पर ऐतिहासिक पर्यटन के लिए ही जाना जाता है। सूर सरोवर पक्षी विहार के रामसर साइट घोषित होने से अब यहां प्राकृतिक पर्यटन की शुरुआत की भी आस जगी है। यह आगरा के पर्यटन में चार चांद लगाने वाला साबित होगा।
रामसर कन्वेंशन, स्विट्जरलैंड द्वारा सूर सरोवर पक्षी विहार को रामसर साइट घोषित किया गया है। आगरा में अब तक सूर सरोवर पक्षी विहार और चंबल सेंक्चुरी को प्राकृतिक पर्यटन के लिए तो जाना जाता है, लेकिन अब रामसर साइट घोषित होने के बाद सूर सरोवर पक्षी विहार को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलना तय है। यहां शोधार्थियों के साथ ही विशेषज्ञों का आना शुरू होगा। टूरिस्ट वीजा नहीं मिलने और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट नहीं होने से फिलहाल विदेशी पर्यटकों का यहां आना मुमकिन नहीं है, लेकिन इनकी शुरुआत के बाद प्राकृतिक पर्यटन के लिए भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की आइटनरी (भ्रमण कार्यक्रम) में सूर सरोवर पक्षी विहार शामिल हो सकेगा। यहां पर अक्टूबर से मार्च तक करीब 30 हजार प्रवासी पक्षी डेरा डालते हैं। इसके साथ ही यहां झील में करीब 60 प्रजातियों की मछलियां भी हैं।
सूर सरोवर पक्षी विहार के रामसर साइट घोषित होने से आगरा का प्राकृतिक पर्यटन केंद्र बनना तय है। वन एवं वन्य जीव विभाग को नेचर गाइड की व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे कि यहां आने वाले लोगों को पक्षियों की प्रजातियों के बारे में सही जानकारी मिल सके।
-राजीव सक्सेना, उपाध्यक्ष टूरिज्म गिल्ड अाफ आगरा
सूर सरोवर पक्षी विहार का रामसर साइट घोषित होना आगरा के लिए बड़ी उपलब्धि है। तीन विश्व धरोहर और प्राकृतिक पर्यटन का अंतरराष्ट्रीय महत्व वाला स्थल होने से पर्यटकों के बीच इसका आकर्षण और बढ़ेगा। पर्यटकों के लिए पक्षी विहार में उचित इंतजाम हों।
-सुमित उपाध्याय, टूर आपेरटर