नाम के जन औषधि केंद्र, दवाएं नहीं दर्द और एसिडटी तक की Agra News
जेनेरिक दवाओं का स्टॉक खत्म। जिला अस्पताल लेडी लॉयल मानसिक स्वास्थ्य संस्थान सहित जन औषधि केंद्र पर सामान्य बीमारियों की दवाएं भी नहीं।
आगरा, जागरण संवाददाता। सरकार की मंशा सस्ता और सुलभ इलाज मुहैया कराने की है। जबकि हालात ये हैं कि जन औषधि केंद्र पर सर्दी, जुकाम, बुखार से पीडि़त मरीजों की सस्ती एंटीबायोटिक नहीं मिल रही है। वहीं, सर्दी में दर्द से लेकर एसिडिटी की जेनेरिक दवा भी औषधि केंद्र पर उपलब्ध नहीं है।
मरीजों को सस्ती जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए जिले में 15 जन औषधि केंद्र खोले गए हैं। इन केंद्रों पर 700 से अधिक एंटीबायोटिक से लेकर सर्जिकल आइटम उपलब्ध होने चाहिए। यहां 250 से 300 दवाएं ही उपलब्ध हैं। इसमें भी सर्दी के मौसम में इस्तेमाल होने वाली एंटीबायोटिक, दर्द की दवा, एसिडिटी की दवा, मल्टीविटामिन सीरप पांच महीने से उपलब्ध नहीं हैं। ये दवाएं लखनऊ से सप्लाई होती हैं, हर महीने जन औषधि केंद्र संचालक दो ऑर्डर भेज रहे हैं। उन्हें 60 फीसद दवाएं ही मिल रही हैं, इसमें भी ज्यादा इस्तेमाल होने वाली दवाओं की सप्लाई नहीं हो रही है।
कई महीने से नहीं ये सामान्य इस्तेमाल की दवाएं
- एजिथ्रोमाइसिन 500 एमजी टेबलेट अगस्त के बाद से आपूर्ति नहीं हुई।
- सिफिग्जिम 200 एमजी टेबलेट सितंबर के बाद से आपूर्ति नहीं हुई।
- पेंटापेराजोल डोमपेरीडोन कैप्सूल अगस्त से आपूर्ति नहीं हुई।
- पैरासीटामोल, एसिक्लोफिनेक टेबलेट अक्टूबर से आपूर्ति नहीं हुई।
- एल्प्राजोलम टेबलेट, अगस्त से आपूर्ति नहीं।
- मेट्रोनिडाजोल टेबलेट, अगस्त से आपूर्ति नहीं।
- लाइकोपीन सीरप अगस्त से आपूर्ति नहीं।
- नारफ्लोक्सासिन, टिनीडाजोल टेबलेट, सितंबर से आपूर्ति नहीं।
दवाओं की उपलब्धता कम हो रही है, इसे बढ़ाने के लिए कहा गया है।
डॉ. मुकेश वत्स, सीएमओ, समन्वयक जन औषधि केंद्र
एक रुपये के पर्चे पर बाजार से 531 रुपये की दवाएं खरीदनी पड़ी हैं, सस्ती दवा मिल जाती तो खर्चा कम होता।
मंजू, राम नगर कॉलोनी
कई चक्कर लगाने के बाद मेडिकल स्टोर से 780 रुपये की दवाएं खरीदी हैं, सस्ती दवा मिल नहीं रहीं हैं।
लाखन सिंह, मैनपुरी