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No School No Fees: पापा ने अभिभावकों को पढ़वाया शासनादेश, आप भी जानें क्या हैं मुख्य बिंदु

No School No Feesफीस को लेकर जारी किए अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला के आदेश अभिभावकों को पढ़वाए गए।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Thu, 27 Aug 2020 01:44 PM (IST)Updated: Thu, 27 Aug 2020 01:44 PM (IST)
No School No Fees: पापा ने अभिभावकों को पढ़वाया शासनादेश, आप भी जानें क्या हैं मुख्य बिंदु
No School No Fees: पापा ने अभिभावकों को पढ़वाया शासनादेश, आप भी जानें क्या हैं मुख्य बिंदु

आगरा, जागरण संवाददाता। पापा संस्था ने बुधवार को संजय प्लेस स्थित स्पीड कलर लैब पर शासनादेश पढ़ें, जनता की चौपाल में कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें फीस को लेकर जारी किए अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला के आदेश अभिभावकों को पढ़वाए गए। इससे पहले पापा पदाधिकारी सेंट कॉनरेड्स कॉलेज भी पहुंचे, जहां अभिभावकों को लाइन में लगवाकर फीस जमा कराई जा रही थी, लेकिन वहां शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं हो रहा था।

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सेंट कॉनरेड्स कॉलेज में अभिभावकों को रोजाना कक्षावार विद्यार्थियों की फीस जमा करने के लिए बुलाया जा रहा है, लेकिन फीस भरने के दौरान अभिभावक एक के पीछे एक लगे दिखे। स्कूल प्रशासन ने शारीरिक दूरी के लिए नियमों का अनुपालन नहीं किया था। साथ ही अभिभावकों ने शिकायत की, कि स्कूल फीस माफी के प्रार्थना पत्र नहीं ले रहा। इन दोनों शिकायत को लेकर प्रोग्रेसिव आगरा पेरेंट्स एसोसिएशन (पापा) पदाधिकारियों ने स्कूल प्रशासन से वार्ता की, तो स्कूल बाद में प्रार्थना-पत्र लेने को राजी हुआ।

पढ़वाया शासनादेश

परेशान अभिभावकों के प्रार्थना पत्र लेकर फीस में राहत देने और बोर्ड परीक्षा फॉर्म सिर्फ बोर्ड फीस लेकर भरवाने के निर्देश पिछले दिनों अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने स्कूलों को दिए थे। लेकिन स्कूल आदेशों को नहीं मान रहे। इसको लेकर पापा संस्था पदाधिकारियों ने बुधवार को स्पीड कलर लैब पर शासनादेश पढ़ें, जनता की चौपाल में कार्यक्रम किया। अभिभावकों को न सिर्फ शासनादेश पढ़ाया, बल्कि एक प्रति अभिभावकों में वितरित भी की। फीस माफी और बोर्ड फॉर्म के साथ दो तिमाही की फीस वसूली के खिलाफ अभिभावकों के हस्ताक्षर भी कराए गए।

विवादित पर्चा बांटने पर विवाद

इस कार्यक्रम के दौरान ही पापा संस्था के कार्यक्रम स्थल पर आकर एक रिक्शा चालक एक पर्चा बांटने लगा, जिस पर पापा संस्था सदस्य दीपक सरीन की बेटी की फोटो, उनका फोन नंबर छपा था। साथ ही लिखा था कि पापा अध्यक्ष ने तो अपनी बेटी की फीस जमा कर दी, उनकी बेटी प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल के कवि सम्मेलन में हिस्सा भी ले रही है। प्रतियोगिता में विजेताओं आदि की जानकारी भी दी गई। साथ ही लिखा कि वह बेटी के स्कूल में प्रदर्शन करने की जगह अन्य स्कूलों को निशाना बना कर रहे हैं। साथ ही अन्य बातें भी लिखी थीं। इस पर संस्था सदस्यों ने रिक्शा चालक को पकड़ लिया, जिसने बताया कि एक युवक ने उसे कुछ रुपये और ये पर्चे यहां बांटने के लिए दिए थे। इसके बाद पापा सदस्य दीपक सरीन ने अज्ञात लोगों के खिलाफ थाना हरीपर्वत में तहरीर दी है। उन्हें आशंका है कि यह आंदोलन को दबाने के लिए किसी स्कूल संचालक की है करतूत है, तभी उसमें ऐसी जानकारियां हैं, जो सामान्य व्यक्ति को नहीं हो सकतीं। लेकिन इस तरह की बेटी की फोटो और अन्य जानकारी सार्वजनिक करना गलत मानसिकता को दर्शाता है। 


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