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Ambedkar University Agra: 16 दिन में एक भी नकलची नहीं, काम आया Final year exam में ये तरीका

Ambedkar University Agra अंतिम वर्ष की परीक्षाओं में उड़नदस्ते नकल रोकने को मुस्तैद। हर परीक्षा केंद्र को जोड़ा गया है कंट्रोल रूम से। लंबित आवेदनों के निस्तारण को नामांकन और डिग्री विभाग खुला। सोमवार को स्थानीय अवकाश के बाद भी होगी दोनों विभागों में काम।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 05:07 PM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 05:07 PM (IST)
Ambedkar University Agra: 16 दिन में एक भी नकलची नहीं, काम आया Final year exam में ये तरीका
अंतिम वर्ष की परीक्षाओं में उड़नदस्ते नकल रोकने को मुस्तैद। फाइल फोटो

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में चल रही अंतिम वर्ष की परीक्षाओं में 16 दिन में एक भी नकलची नहीं पकड़ा गया है। आठ उड़नदस्ते हर परीक्षा केंद्र पर नजर बनाए हुए हैं।

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शासन के निर्देशों पर 11 सितंबर से अंतिम वर्ष की परीक्षाएं शुरू हुई थीं। नकल रोकने के लिए आठ उड़नदस्ते भी बनाए गए थे। आठ टीमों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। जो महाविद्यालय परीक्षा केंद्र बने हैं, उन्हें कुलपति कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से सर्वर के माध्यम से जोड़ा गया है। कुलपति प्रो. अशोक मित्तल के स्पष्ट आदेश हैं कि जो महाविद्यालय कंट्रोल रूम से कनेक्ट नहीं होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी।

बहुविकल्पीय प्रश्न पत्र है वजह

नकलचियों के न पकड़े जाने के पीछे उड़नदस्ता प्रभारी प्रो. लवकुश मिश्रा बहुविकल्पीय प्रश्न पत्र को मानते हैं।प्रो. मिश्रा कहते हैं कि दो घंटे की परीक्षा में कोई भी छात्र नकल करने की सि्थति में नहीं होता। उत्तर के लिए उत्तर पुसि्तका पर सिर्फ गोले लगाने हैं।उड़नदस्ते हर परीक्षा केंद्र पर नजर बनाए हुए हैं, कुछ परीक्षा केंद्रों पर तो दो घंटे तक पूरी टीम टिकी रही है।जहां से भी शिकायत आती है, टीम को तुरंत वहां रवाना किया जाता है।

रविवार को भी विश्वविद्यालय में हुआ काम

डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में रविवार को भी काम हुआ।नामांकन और डिग्री विभाग में बाबूओं ने लंबित अंकतालिकाओं और डिग्रियों के आवेदन के निस्तारण का काम किया।

डिग्री समस्या ने पूरे विश्वविद्यालय प्रशासन को हिला कर रख दिया है। छात्रों के हजारों आवेदन लंबित पड़े हैं।विभागों की अलमारियों में आपत्तियों से दबे पड़े हैं। दैनिक जागरण द्वारा लगातार डिग्री समस्या को प्रकाशित किया रहा है। खबरों के माध्यम से बताया जा रहा है कि किस तरह 700-700 दिन तक आवेदन रूके हुए हैं।इसके बाद ही कुलपति प्रो. अशोक मित्तल के निर्देशों पर परीक्षा नियंत्रक डा. राजीव कुमार ने रविवार को भी डिग्री और नामांकन विभाग के बाबूओं को काम पर बुलाया।सोमवार को स्थानीय अवकाश के कारण विश्वविद्यालय बंद रहेगा, लेकिन इन दोनों विभागों के बाबू काम पर आएंगे।परीक्षा नियंत्रक डा. राजीव कुमार का कहना है कि लंबित आवेदनों का निस्तारण हमारी प्राथमिकता है। 


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