पति की मौत की खबर दीवारें सुन न लें, इसलिये पत्नी को कर दिया कमरे में बंद
हृदय रोगी है पत्नी, बेटा है दिव्यांग, शोक में डूबा परिवार। दारोगा की खुदकशी की खबर पर नहीं हो रहा भरोसा।
आगरा [जेएनएन]: फर्रुखाबाद में केंद्रीय मंत्री की सुरक्षा में तैनात दारोगा के खुदकशी करने की खबर फीरोजाबाद जिले में टूंडला के गांव नगला सोना पहुंची तो ग्रामीणों को सहज यकीन न हुआ। दारोगा की पत्नी के हृदय रोगी होने के कारण परिजनों ने शाम तक उन्हें भी कुछ नहीं बताया। लोगों की बातें सुन आभास न हो जाए, इसलिए उन्हें कमरे में ही रखा।
थाना क्षेत्र के गांव नगला सोना निवासी ताराबाबू उर्फ तरुण की तैनाती केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिवप्रसाद शुक्ला की सुरक्षा में फर्रुखाबाद में थी। मृतक के तीन बेटे हीरेंद्र, धीरेंद्र, कमल एवं तीन बेटियां रंजना, उर्वशी एवं प्रिया हैं। दो बेटे और दो बेटियों की शादी हो चुकी है। कमल एवं प्रिया अभी अविवाहित हैं। हीरेंद्र दिव्यांग हैं। हीरेंद्र जागरण संवाददाता को घर के बाहर ही मिल गए थे। उन्होंने बताया कि मां मोहिनी देवी को इस खबर की भनक भी न लग जाए। उन्होंने बताया कि बहनें भी आ रही थीं लेकिन उन्हें भी अभी मना कर दिया है। बेटों ने उनसे बुधवार को आने को कहा है, तब तक किसी तरह मां को सूचना देंगे। ग्रामीणों में भी शोक है पर उन्हें भी परिजनों ने आने से रोक दिया है।
तीन दिन पहले ही हुए थे बहाल
बताया गया कि दारोगा को कुछ महीने पहले निलंबित कर दिया था। तीन दिन पहले ही बहाल करते हुए मंत्री की सुरक्षा में तैनात किया गया था। उनकी सेवानिवृत्ति में तीन वर्ष शेष रह गए थे।
प्रारंभिक जांच में सामने आई पारिवारिक कलह
दारोगा तारबाबू तरुण के खुदकशी करने में एसपी संतोष कुमार मिश्रा प्रथम दृष्टया जांच में पारिवारिक कलह मान रहे हैं। उन्होंने इसकी जांच एएसपी को दी है। एसपी ने बताया कि एएसपी त्रिभुवन ङ्क्षसह को शीघ्र जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए हैं। उधर, पुलिस ने कई अन्य पहलुओं पर भी जांच शुरू कर दी है। सर्विलांस व स्वाट टीम प्रभारी ने काल डिटेल खंगालने के साथ ही दारोगा के बेटे कोमल से जानकारी जुटाई जा रही है।
तीन नंबरों पर हुई थी बात
दारोगा तारबाबू तरुण के मोबाइल को पुलिस ने कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है। जांच में घटना से पहले तीन नंबरों पर बात होने का पता चला है। पुलिस उन नंबरों की काल डिटेल खंगाल रही है। एसपी ने बताया कि जिन तीन नंबरों पर दारोगा की बात हुई, इनमें एक नंबर पर भूमि विवाद संबंधी बातचीत हुई थी। हालांकि इशारे में कहा कि तीन नंबरों पर हुई बातचीत में पारिवारिक कलह की बात भी सामने आई है। फिलहाल अन्य ङ्क्षबदुओं पर भी गहनता से जांच की जा रही है।
सर्विस रिवाल्वर में फंसे मिले तीन खोखे
ड्यूटी के दौरान दारोगा ने जिस सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोलियां मारीं उसकी फोरेंसिक जांच शुरू कर दी गई। रिवाल्वर के चेंबर में तीन कारतूस के खोखे फंसे मिले। माना जा रहा है कि तीन फायर किए गए।
एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने निर्देश पर मंगलवार दोपहर को फोरेंसिक टीम प्रभारी ओमप्रकाश लोहिया अस्पताल पहुंचे। यहां पर टीम ने आपातकालीन कक्ष में वीडियो व फोटोग्राफी के बीच जांच की। टीम ने दारोगा तारबाबू तरुण और रिवाल्वर के ङ्क्षफगर ङ्क्षप्रट लिये। दारोगा के हाथों में मिली गंध व रिवाल्वर की नाल के अंदर की गंध के नमूने सुरक्षित किए। जांच में रिवाल्वर में तीन कारतूस व तीन खोखे फंसे मिले। इससे स्पष्ट है कि दारोगा ने तीन गोली मारी हैं लेकिन दो गोलियों की पुष्टि हुई। तीसरी गोली के बारे में पता नहीं चला। चिकित्सक मनोज पांडेय ने बताया कि दारोगा की कनपटी व सीने में गोली लगी है। आशंका है कि दोनों गोलियां आरपार हो गई हैं। पोस्टमार्टम में ही तीन गोलियों के बारे में पता चल सकेगा। पुलिस ने रिवाल्वर कब्जे में ले ली है।
आखिर क्या हुआ था शाहजहां पुर में ऐसा कि...
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला को करीब एक बजे हुल्लापुर चौराहा से गुजरना था। मगर इससे पहले ही दारोगा तार बाबू के पास फोन आया और वह बात करते हुए हुल्लापुर निवासी अयूब की पंचर की दुकान के अंदर चले गए। करीब पांच मिनट बाद दुकान के अंदर से अचानक दो गोली चलने की आवाज आई तो अफरा-तफरी मच गई। दारोगा तार बाबू के साथी पुलिस कर्मी अंदर की ओर दौड़ पड़े। पुलिसकर्मियों ने अंदर जाकर वहां का नजारा देखा तो सन्न रह गए। दारोगा तार बाबू खून से लथपथ पड़े थे। वहीं, सर्विस रिवाल्वर, मोबाइल व चश्मा पास में पड़ा हुआ था। सूचना मिलते ही अल्हागंज पुलिस, फर्रूखाबाद के थाना अमृतपुर और राजेपुर की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इसी बीच मंत्री का काफिला वहां से गुजर गया।