अफसरों की लापरवाही, परिणय सूत्र में नहीं बंधे 12 से ज्यादा जोड़े
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 50 जोड़ों की कराई गई शादी अधिकारी बोले जो लौटे उनके दस्तावेज पूरे नहीं थे इसलिए नहीं हुआ विवाह
जेएनएन, आगरा। बाह में हमसफर बनने का इंतजार कर रहे युवक-युवतियों पर अधिकारियों की लापरवाही भारी पड़ी। शादी के मंडप तक पहुंचने के बाद भी परिणय सूत्र में बंधे बगैर ही उन्हें घर लौटना पड़ा।
मुख्यमंत्री द्वारा गरीबों की बेटियों की शादी के लिए सामूहिक विवाह योजना चलाई गई है। इसके तहत उन्हें कपड़े, रसोई व अन्य सामान देने का प्रावधान है। गरीब कन्याओं का चयन ग्राम पंचायत विकास अधिकारी द्वारा किया जाता हैं। सोमवार को बाह की हनुमान वाटिका में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन होना था। बाह व जैतपुर ब्लाक के 50 जोड़े ही शादी के बंधन में बंध गए। हालांकि अधिकारियों की गैर दिलचस्पी के कारण 12 से अधिक जोड़े बगैर परिणय सूत्र में बंधे ही लौट गए। इसके चलते समारोह स्थल पर अफरातफरी का माहौल रहा। समाज कल्याण अधिकारी रामेंद्र सिंह ने बताया उनके कागजात पूरे नहीं थे। कुछ युवतियां पहुंची लेकिन वर पक्ष मौजूद नहीं था। इस कारण शादी नहीं हो सकी। समारोह में बाह नगर पालिका के चेयरमैन सुनील बाबू गुप्ता, ब्लाक प्रमुख होरीलाल आदि मौजूद रहे। ललित शर्मा ने मंत्रोच्चारण कर वर-वधू के फेरे लगवाए। सस्ते और सुलभ न्याय के बारे में ग्रामीणों को किया जागरूक
जेएनएन, आगरा। विधिक साक्षरता शिविर में ग्रामीणों को सस्ते व सुलभ न्याय की जानकारी दी गई। इस दौरान उन्हें कोरोना के बढ़ते संक्रमण से बचाव और सरकार की नई गाइड लाइन के बारे में भी जागरूक किया गया।
बाह के बिजौली स्थित कन्या विद्यालय में सोमवार को तहसीलदार हेमचंद्र शर्मा की अध्यक्षता में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर तहसीलदार ने ग्रामीणों को सुलभ व सस्ता न्याय किस तरह मिल सकता है, इसकी जानकारी दी। कहा कि कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसके लिए सभी को मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करना होगा। भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से परहेज करें। शिविर में वीआरसी प्रभारी शैलेंद्र शर्मा, सतेंद्र उपाध्याय, छोटेलाल, संजय उपाध्याय, उमेश राठौर, पंकज कुमार, दीपेश भदौरिया, वसीम पठान आदि मौजूद रहे।