Lockdown 3.0: मानवाधिकार आयोग ने भेजा DM आगरा को नोटिस, ये रही वजह
एमजी रोड पर सूटकेस पर बच्चे को लिटाकर खींचती मां के वीडियो वायरल होने का मामला।
आगरा, जागरण संवाददाता। लॉकडाउन में लोगों के जीवन में जो दुश्वारियां आ रही हैं, वह दिल को झकझोर देने वाली हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक ऐसी ही घटना को संज्ञान लिया है, जिसमें एक सूटकेस पर बच्चे को रखकर खींचती हुई मां जा रही है। इस महिला का वीडियो देशभर में वायरल हो रहा है। यह मामला आगरा में एमजी रोड का है। इस पर आयोग ने नोटिस जारी कर डीएम आगरा प्रभु नारायण सिंह से जवाब तलब किया है।
आगरा के हरीपर्वत थाना क्षेत्र मेंं सड़क पर एक सूटकेस पर बच्चे को खींचती मां का वीडियो बेतहाशा वायरल हुआ है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस वीडियो का संज्ञान लिया है और नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। आयोग ने पंजाब, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और आगरा के डीएम को नोटिस भेजा है।
पंजाब से यूपी के महोबा जा रहे थे मजदूर
पंजाब से कुछ प्रवासी मजदूर उत्तर प्रदेश के महोबा जाने के लिए निकले थे। इन मजदूरों के साथ महिलाएं और बच्चे भी थे। बुधवार को जब ये लोग आगरा पहुंचे तो इनके साथ मौजूद करीब 8 साल का बच्चा थककर लटक गया। बच्चे की मां अपने बच्चे की थकावट के चलते अपना सफर नहीं रोकना चाहती थी, इसलिए उसने बच्चे को अपने ट्रॉली बैग पर औंधे मुंह लिटाया और ट्रॉली बैग को खींचने लगी। इस वीडियो के बाबत डीएम आगरा ने एक न्यूज चैनल को अपना वर्जन भी दिया था। इस वर्जन की भी निंदा की जा रही है।
सपा के बाद कांग्रेस भड़की
इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री व सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया था। अब कांग्रेस की जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित व कांग्रेस के प्रदेश सचिव अमित सिंह ने कहा कि शासन प्रशासन की संवेदनाएं बिल्कुल मर चुकी है। अफसर सत्ता की चापलूसी में व्यस्त है और मंत्री व सांसद सत्ता की मलाई खाने में व्यस्त है। इस मामले में डीएम प्रभु एन सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस ने डीएम के उस बयान की निंदा की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हम जब छोटे थे और अपने पिताजी के साथ कहीं जाते थे तो हम अटैची पर बैठ जाया करते थे। इस बारे में डीएम प्रभु एन सिंह से बातचीत का प्रयास किया पर उनसे बात नहीं हो सकी।