Taj Mahal Unlocked: ताज पर नमाजियों के लिए अब विशेष सैनिटाइजर, वुजू के लिए भी है खास नियम
अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का नहीं कर सकते हैं इस्तेमाल। शुक्रवार को केवल नमाज के लिए खोला जाता है ताजमहल। संक्रमण के चलते 20 मार्च को ताजमहल परिसर स्थित शाही मस्जिद पश्चिमी गेट स्थित फतेहपुरी मस्जिद और पूर्वी गेट स्थित संदली मस्जिद में नमाजियों का प्रवेश भी रोक दिया गया था।
आगरा, जागरण संवाददाता। दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताजमहल सैलानियों के लिए तो 21 सितंबर को खुल गया, लेकिन अभी उसमें इबादत के लिए अनुमति मिलने का इंतजार है। जब यह नमाज के लिए खुलेगा तो नमाजियाें द्वारा आयुर्वेदिक सैनिटाइजर का इस्तेमाल हाथों को सैनिटाइज करने में किया जाएगा।
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते ताजमहल 17 मार्च को बंद हुआ था। 20 मार्च को ताजमहल परिसर स्थित शाही मस्जिद, पश्चिमी गेट स्थित फतेहपुरी मस्जिद और पूर्वी गेट स्थित संदली मस्जिद में नमाजियों का प्रवेश भी रोक दिया गया था। इमाम अौर मस्जिद कमेटी के चंद लोगों को ही परंपरा निर्वहन की इजाजत दी गई थी। ईद-उल-फितर और ईद-उल-जुहा पर भी ताजमहल में नमाज नहीं हुई। 21 सितंबर को ताजमहल खुल गया। सैलानियों को हाथों व पैरों को सैनिटाइज करने के बाद ही स्मारक में प्रवेश दिया जा रहा है। सैनिटाइजर में अल्कोहल होता है। अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का इस्तेमाल ताज में प्रवेश से पूर्व हाथों को सैनिटाइज करने में नमाजी नहीं करेंगे। वो नीम, फिटकरी, कपूर, ग्लिसरीन, एलोवैरा, डिस्टिल वाटर आदि से तैयार किए गए आयुर्वेदिक सैनिटाइजर का इस्तेमाल करेंगे।
उप्र अमन कमेटी के सैयद मुनव्वर अली ने बताया कि शहर मुफ्ती द्वारा सैनिटाइजर के इस्तेमाल से मना किया गया है। अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का हम इस्तेमाल नहीं कर सकते। ताजमहल मस्जिद इंतजामियां कमेटी के इब्राहीम जैदी ने बताया कि आयुर्वेदिक सैनिटाइजर का इस्तेमाल नमाजियों द्वारा स्मारक में प्रवेश से पूर्व हाथों को सैनिटाइज करने में किया जाएगा।
घर से करके आना होगा वुजू
ताजमहल में नमाजियों द्वारा चमेली फर्श पर शाही मस्जिद के सामने बने टैंक में वुजू किया जाता है। कोविड-19 के संक्रमण के चलते टैंक में वुजू किया जाना उचित नहीं है। इसके चलते भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा टैंक में पानी नहीं भरा जाएगा। नमाज के लिए घर से वुजू करके आना होगा।
100 को ही मिलेगा प्रवेश
अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि अभी धार्मिक स्थल खोलने को जिला प्रशासन द्वारा अनुमति प्रदान नहीं की गई है। अनुमति होने के बाद ताजमहल में शुक्रवार को पूर्वी व पश्चिमी गेटों से 50-50 नमाजियों (कुल 100 नमाजियों) को प्रवेश दिया जाएगा। मास्क लगाना अनिवार्य होगा। स्मारक परिसर में शारीरिक दूरी के नियम का पालन करते हुए नमाज पढ़ते समय छह फुट की दूरी बनाकर रखनी होगी।