ताज में नमाज पर बढ़ी रार, मुस्लिम बोले-टिकट लेकर अदा करेंगे नमाज
अधीक्षण पुरातत्वविद से वार्ता में नहीं निकला हल, आज 12 बजे तक का अल्टीमेटम, कोर्ट का आदेश न मिलने पर टिकट लेकर ताज में नमाज अदा करने का एलान
आगरा (जागरण संवाददाता): ताज स्थित मस्जिद में रोजाना नमाज अदा करने को लेकर रार बढ़ती जा रही है। सोमवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एएसआइ के अधीक्षण पुरातत्वविद बसंत कुमार से मिलकर कोर्ट के रोक का आदेश मांगा। वार्ता में कोई हल नहीं निकलने पर मंगलवार को 12 बजे तक आदेश लाने को कहा। मुस्लिमों ने इसके बाद टिकट लेकर ताज में प्रवेश करने और नमाज अदा करने का एलान किया है।
मस्जिद ताजमहल इंतजामिया कमेटी के नेतृत्व में मुस्लिम समुदाय के लोग सुबह 11.30 बजे माल रोड स्थित एएसआइ कार्यालय में अधीक्षण पुरातत्वविद बसंत कुमार से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। वहां से लौटकर कमेटी के अध्यक्ष सैयद इब्राहीम हुसैन जैदी ने उन्हें बताया कि एएसआइ से नमाज अदा नहीं करने का सुप्रीम कोर्ट का आदेश मांगा, लेकिन वे आदेश नहीं दिखा सके। आरोप है कि सुप्रीम कोर्ट का ऐसा कोई आदेश नहीं है, सिर्फ गजट नोटिफिकेशन एएसआइ द्वारा किया गया है। सैय्यद इम्तियाज अली ने कहा कि नमाज पढ़ाने के लिए पुरातत्व विभाग द्वारा इमाम की नियुक्ति भी चली आ रही है। वर्तमान में सैय्यद अली इमाम की हैसियत से नमाज पढ़ाते हैं। इन्हें विभाग द्वारा प्रतिमाह 15 रुपए दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि मंगलवार को 12 बजे तक आदेश मिलने का इंतजार किया जाएगा, इसके बाद ताज में नमाज अदा करेंगे। इस दौरान शमी अगाई, कमेटी के अध्यक्ष इब्राहिम हुसैन जैदी, मुफ्ती मुद्दसिर, असल कुरैशी, सैय्यद मुनव्वर हुसैन, इब्राहिम जैदी, ईदरीश अली, अदान कुरैशी, हाजी ईसूफ कुरैशी, सत्तार मौजूद रहे।
जताया आक्रोश
जासं, आगरा: कांग्रेस नेता शब्बीर अब्बास ने जीवनी मंडी स्थित कार्यालय पर बैठक में ताज में नमाज अदा करने को लेकर मंथन किया गया। वक्ताओं का कहना था कि केंद्रीय पुरातत्व विभाग के उच्चाधिकारियों ने निर्णय दो दिन में देने की बात कही है, बैठक के माध्यम से चेतावनी दी गई है, निर्णय न आने पर समाज लोक तांत्रिक तरीके से आंदोलन करेगा। बैठक में डॉ. सिराज कुरैशी, समी आगाई, इदरीश खां, मुजम्मिल हुसैन, चौ. फरहान, मो. अयूब खां, जमील खां, आकिल अब्बास, शरीफ काले आदि मौजूद रहे।
प्रतिनिधिमंडल को आदेश की जानकारी दी गई है, आदेश में शुक्रवार को दो घंटे नमाज अदा करने के बारे में लिखा है। अन्य दिन के बारे में नहीं है। इनके ज्ञापन को हेडक्वार्टर भेज दिया है। वहां से जो आदेश आएंगे। उसकी जानकारी दी जाएगी।
बसंत कुमार, अधीक्षण पुरातत्वविद