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पेट्रोल के साथ सरसों का तेल भी हुआ सस्‍ता, दीपावली पर जलाओ भरपूर तेल के दीये

सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन के आह़वान पर आगरा की प्रमुख खाद्य तेल कंपनियों ने ल‍िया न‍िर्णय अभी ओर घट सकते है दाम। सात रुपये किलोग्राम की आई है सरसों के तेल पर गिरावट। जबकि सरसों की बुवाई की शुरुआती रिपोर्ट बहुत उत्साहजनक है और भरपूर रैपसीड फसल होने की उम्मीद है।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Thu, 04 Nov 2021 11:46 AM (IST)Updated: Thu, 04 Nov 2021 11:46 AM (IST)
पेट्रोल के साथ सरसों का तेल भी हुआ सस्‍ता, दीपावली पर जलाओ भरपूर तेल के दीये
आगरा में सरसों के तेल के दाम में सात रुपये किलोग्राम की गिरावट आई है।

आगरा, जागरण संवाददाता। परम्‍परा के अनुसार दीपावली पर्व पर सरसों के तेल के दीयें खूब जलाओ। तेेेल के दाम में महंगाई आपकी खुश‍ियों में आडे नही आएगी। उद्योग निकाय सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) के आह़वान पर आगरा की प्रमुख खाद्य तेल कंपनियों ने सरसों के तेल की कीमतों में सात रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की है। कंपन‍ियों ने संकेत द‍िए है क‍ि अभी ओर भी कटौती की जा सकती है।

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आगरा आयल मिल के प्रबंध न‍िदेशक कुमार कष्‍ण गोपाल, कारोबारी ब्रजमोहन अग्रवाल व द‍िनेश गोयल ने बताया क‍ि एसईए के आह़वान पर प्रमुख खाद्य तेल कंपनियों ने खाद्य तेल की कीमतों में 4 से 7 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की है। इनमें गौतम अडानी की अडानी विल्मर और योग गुरु रामदेव की रुचि सोया इंडस्ट्रीज भी शामिल हैं। प्रत‍ि द‍िन 600 टन तेल का उत्‍पादन करने वाली आगरा की कंपन‍ियां पहले ही यह न‍िर्णय ले चुकी है। गुरूवार से इस न‍िर्णय को लागू कर द‍िया है। बुधवार को बाजार में 180 रुपये प्रत‍ि‍ लीटर सरसों का तेल 173 रुपये प्रत‍ि लीटर हो गया। उन्‍होने बताया क‍ि इस साल घरेलू सोयाबीन और मूंगफली की फसल में तेजी आ रही है, जबकि सरसों की बुवाई की शुरुआती रिपोर्ट बहुत उत्साहजनक है और भरपूर रैपसीड फसल होने की उम्मीद है। विश्व खाद्य तेल आपूर्ति की स्थिति में सुधार हो रहा है जिससे अंतरराष्ट्रीय कीमतों में और गिरावट आने की संभावना है। इससे आगामी शादियों के सीजन में घरेलू कीमतों में और कमी आ सकती है।

600 टन होता है रोज उत्‍पाादन

आगरा आयल मिल के प्रबंध न‍िदेशक कुमार कष्‍ण गोपाल, कारोबारी ब्रजमोहन अग्रवाल व द‍िनेश गोयल का कहना है क‍ि सरसों के दाम में उतार-चढाव, बाजार में माग कम होने व सरसों की उपलब्‍धता कम होने के कारण आगरा की सभी म‍िलों में पेराई बंद हो गई। रोज यहा 600 टन सरसों के तेल का उत्‍पादन होता है। आगरा में 66 हजार हेक्टेयर में सरसों का उत्पादन होता है पर मांग अधिक होने के कारण यहां की प्रमुख खेरागढ़ में कागारौल रोड स्थित मंडी व किरावली मंडी में हरियाणा व राजस्थान से बड़ी मात्रा में सरसों की आवक होती है। रोज करीब 500 टन सरसों का तेल उत्पादन करने वाली आगरा आयल मिल, बीपी आयल मिल, शारदा आयल मिल व महेश आयल मिल सीधे हरियाणा व राजस्थान मंडी से सरसों क्रय करते हैं। जनपद में छह ओर आयल मिल के अलावा 200 से अधिक स्प्रेलर है, जिनके द्वारा रोज करीब 100 टन तेल का उत्पादन किया जाता है खेरागढ़ मे कागारौल स्थित मंडी व किरावली मंडी में रोज करीब दो हजार क्विंटल सरसों की आवक होती है लेक‍िन अब आवक कम हो रही है। बुधवार को मात्र 20 क्विंटल सरसों की आवक हुई, जबक‍ि भाव 7800 रुपये प्रत‍ि क्विंटल रहा। कमोवेश यही हालत क‍िरावली मंडी की है।


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