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Five Murder in Etah: बहु कैसे बन गई पूरे परिवार की कातिल? जुर्म के पीछे की सच्‍चाई यहां पढ़ें

Murder of a family in Etah शक की प्रवृत्ति से पनपी कलह पुलिस की नजर में घटना की वजह। अंतिम बार शुक्रवार को दिन में हुई थी पति-पत्नी के बीच बात।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Mon, 27 Apr 2020 10:26 AM (IST)Updated: Mon, 27 Apr 2020 10:26 AM (IST)
Five Murder in Etah: बहु कैसे बन गई पूरे परिवार की कातिल? जुर्म के पीछे की सच्‍चाई यहां पढ़ें
Five Murder in Etah: बहु कैसे बन गई पूरे परिवार की कातिल? जुर्म के पीछे की सच्‍चाई यहां पढ़ें

एटा, अनिल गुप्ता। एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत किस वजह से हुई इस सवाल का जवाब सब जानना चाहते हैं। मुहल्ला श्रंगार नगर ही नहीं बल्कि पूरा जिला इस घटना से हिल गया है। पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है, मगर अभी घटना की मूल वजह सामने नहीं ला पाई है।

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हालांकि उसका शक पारिवारिक रिश्तों के बीच कड़वाहट पर जा रहा है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या पति-पत्नी के बीच रिश्ते मधुर थे या ससुर-बहू के रिश्ते के बीच कोई तल्खी तो नहीं थी। कुछ बातें ऐसी हैं जो पुलिस की नजर में आईं हैं, जिसमें शक की प्रवृत्ति जिससे पनपी कलह घटना की वजह बताई जा रही है।

ऐसे तमाम मामले हैं जिनमें परिवार के मुख्य सदस्य के शक करने की प्रवृत्ति अपनों के बीच घुटन बनती रही है, जिसके भयावह परिणाम सामने आते हैं। रिटायर्ड फार्मासिस्ट के यहां कहीं ऐसा ही तो नहीं हुआ, यह सवाल अहम है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मृतकों के मोबाइल नंबर की जो कॉल डिटेल निकाली गई है। बताया जा रहा है कि कॉल डिटेल में तमाम फोन कॉल ऐसी हैं जिनमें पति द्वारा पत्नी से बात और फिर तत्काल साली या पिता से काफी देर तक बातचीत सामने आई है। सवाल यह है कि आखिर बार- बार अलग-अलग फोन करने की जरूरत क्यों पड़ती थी। पुलिस के मुताबिक इस स्थिति से वह यह समझ रही है कि ऐसा तब ही होता है जब कोई किसी पर शक करता है या उसकी गतिविधियों के बारे में जानना चाहता है। हालांकि इसके पीछे वजह कुछ भी हो सकती है।

बेटा बोला खुश था मेरा परिवार

मृतक राजेश्वर प्रसाद के बेटे दिवाकर पचौरी ने कहा कि मेरा परिवार खुश था और कहीं भी कोई कलह नहीं थी। मैं खुद नहीं समझ पा रहा हूं कि मेरे घर में आखिर इतनी बड़ी घटना कैसे घट गई। शुक्रवार को मेरी पत्नी से अंतिम बार बात हुई थी, उस समय तक कोई तनाव जैसी बात सामने नहीं आई। उस समय दिव्या ने मुझसे पूछा था कि आप लॉकडाउन में कंपनी में कैसे पहुंच गए। मैंने कहा कि मुझे परमीशन मिली हुई है। पत्नी ने मुझे सलाह भी दी थी कि घर पर ही रहना चाहिए था। पिता को फोन करके उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा था। उस समय मैंने पिता से यह भी कहा था कि बच्चों का ख्याल रखना, जिस पर पिता ने जवाब दिया कि वे ठीक हैं और खेल रहे हैं।

भाई ने कहा मुझे न्याय चाहिए

राजेश्वर के भाई एवं कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद पचौरी ने मांग करते हुए कहा है कि एक अधिकवक्ता के परिवार के साथ यह घटना हुई है मुझे न्याय चाहिए, अगर न्याय नहीं मिलेगा तो लोगों का कानून पर से विश्वास उठेगा। उन्होंने अपने एक बयान को फेसबुक पर पोस्ट भी किया है। जिसमें मृत बच्चों के फोटो भी हैं, जिन्हें देखकर हर कोई दुखी हो रहा है। उन्होंने लिखा है कि मामले की जांच निष्पक्षतापूर्वक होनी चाहिए। 


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