कासगंज में बीती रात ऐसा क्या हुआ जो आला अधिकारियों के फूले हाथ पांव
भतीजे को गंभीर हालत में आगरा किया रेफर, मंडलायुक्त और आला अफसर पहुंचे मौके पर। परिजनों और ग्रामीणों ने नहीं उठने दिया शव, पुलिस ने समझा-बुझाकर पोस्टमार्टम को भेजा।
आगरा(जेएनएन): कासगंज जिले के अमांपुर थाना क्षेत्र के गाव परतापुर निवासी चाचा- भतीजे पर बदमाशों को कहर बरपा। 50 वर्षीय चाचा जुगेंद्र उर्फ पप्पू पुत्र बहोरी और भतीजा सत्यवीर उर्फ सत्तन पुत्र विजयपाल सोमवार रात अपने- अपने घर के बाहर बरामदे में सो रहे थे। रात करीब साढ़े बारह बजे अज्ञात बदमाशों ने जुगेंद्र को गोली मार दी। इसके बाद रात करीब डेढ़ बजे सत्यवीर को गोली मार दी। गोली चलने की आवाज से जागे परिवार के अन्य युवक ने बदमाशों देख हल्ला मचाया तो बदमाश भाग गए। इसके बाद ग्रामीणों और परिजन एकत्र हो गए, लेकिन जब तक चाचा की मौत हो चुकी थी जबकि भतीजा गंभीर घायल हो गया।
ग्रामीणों ने घटना की जानकारी डायल 100 पर कॉल की लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस को इसकी खबर दी। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस सूचना के दो घटे बाद मौके पर पहुंची। इसके बाद घायल को गंभीर हालत में जिला अस्पताल भिजवाया, जहा से आगरा रेफर किया गया। मंगलवार सुबह पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया तो परिजन और ग्रामीण भड़क गए। पुलिस को शव नहीं उठाने दिया। जानकारी पर एसपी अशोक कुमार शुक्ल, एएसपी डॉ. पवित्र मोहन त्रिपाठी और सीओ मौके पर आ गए। ग्रामीण और परिजनों को समझा-बुझाकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। एसपी ने बताया कि वारदात प्रथमदृष्टया रंजिश के चलते हुई है। पुलिस तहकीकात कर रही है। वही ग्रामीण और परिजनों ने रंजिश से इन्कार किया है। मंगलवार दोपहर घटना की जानकारी मिलने पर आयुक्त अजय दीप सिंह और डीआइजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की जानकारी लेकर पुलिस को इसके खुलासे के निर्देश दिए।