फतेहपुर सीकरी के युवक की हत्या में अब तक कोई ठोस सुराग नहीं
रेलवे ट्रैक पर रस्सी से बंधा मिला था सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवक का शव पुलिस की छह टीमें अलग-अलग बिंदुओं पर कर रही हैं काम
जागरण टीम, आगरा। सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवक की नृशंस हत्या के मामले में पुलिस कड़ी जोड़ रही है। हालांकि अब तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है। घटना के तीसरे दिन मृतक के स्वजन थाने के बाहर पर्दाफाश होने के इंतजार में बैठे रहे। पुलिस का कहना है कि छह टीमें अलग-अलग बिंदुओं पर काम कर रही हैं। जल्द ही हत्यारोपित गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
फतेहपुर सीकरी के गांव मंगोली कलां निवासी 18 वर्षीय अर्चित पचौरी पुत्र हरी बाबू सेना भर्ती की तैयारी कर रहा था। शनिवार शाम छह बजे घर से दौड़ लगाने के लिए निकला था। रात 10 बजे पुलिस को आगरा-बयाना रेलवे ट्रैक पर नगला जग्गे के समीप उसका शव मिला था। गले में रस्सी का फंदा और हाथ पैर रेलवे ट्रैक से बंधे हुए थे। मालगाड़ी से उसका शव क्षत-विक्षत हो गया था। पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष संजीव शर्मा ने बताया कि उसके साथ दौड़ लगाने वालों से पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर भी काम चल रहा है। हत्या में एक से अधिक लोग हो सकते हैं शामिल
मंगोली कलां के अर्चित पचौरी की हत्या में एक से अधिक लोग शामिल रहे होंगे। ऐसा इसलिए, क्योंकि एक व्यक्ति उसके हाथ-पैर बांधकर रेलवे ट्रैक पर नहीं फेंक सकता। यदि ऐसा होता तो अर्चित भी संघर्ष करता। आशंका यह भी है कि उसे बेहोश कर यहां लाकर फेंका गया होगा। यदि ऐसा नहीं होता तो वह शोर मचा सकता था। पुलिस को उसका मुंह पर कोई टेप या कपड़े जैसे कोई चिह्न नहीं मिले हैं। रेलवे ट्रैक के पास देखा गया चारपहिया वाहन
अब तक हुई छानबीन में पुलिस को पता चला है कि रेलवे ट्रैक के पास एक चारपहिया वाहन भी देखा गया था। आशंका है कि इसी वाहन से अर्पित को लाकर रेलवे ट्रैक पर फेंका गया। यह काम शनिवार शाम आठ से रात नौ बजे के बीच का हो सकता है। पुलिस का कहना है कि हत्यारों को शव को रेलवे ट्रैक से बांधते हुए समय अवश्य लगा होगा। ऐसे में यह नामुमकिन है कि किसी ने उन्हें वहां न देखा हो। त्रिकोणीय प्रेम कहानी तो नहीं बनी हत्या की वजह
अर्चित की हत्या की वजह त्रिकोणीय प्रेम कहानी भी हो सकती है। पुलिस इस बिंदु पर भी काम कर रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि अभी कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है।