राज्यमंत्री उदयभान बोले 'आत्मनिर्भर भारत', देगा आर्थिक संकट से उबरने की ताकत
सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्मम मंत्री ने कहा कि आर्थिक पैकेज पहुंचाएगा मध्यम वर्ग को बड़ी राहत। प्रदेश सरकार ने शुरू किया इस दिशा में काम।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आर्थिक पैकेज की घोषणा करके सभी को राहत देने और देश को नई दिशा दिखाने का प्रयास किया है। उन्होंने ‘आत्मनिर्भर भारत’ का नारा दिया है। आर्थिक पैकेज से आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को मजबूती मिलेगी। आर्थिक पैकेज में कुटीर उद्योग, लघु उद्योग और मंझोले उद्योग (एमएसएमई) को मजबूती प्रदान करनी है। इसके लिए एमएसएमई पूरी तरह से तैयार है। केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने जो घोषणाएं की हैं, उनसे उत्तर प्रदेश की एमएसएमई यूनिटों को बड़ी राहत मिलेगी।
उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग तथा निर्यात प्रोत्साहन राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने कहा है कि प्रमुख भूमिका उनके विभाग को निभानी है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की घोषणाओं के अनुरूप प्रदेश सरकार देश को आत्मनिर्भर बनाने के अभियान में पूरी तरह जुट गई है। श्रमिकों और किसानों को अधिक से अधिक राहत मिले, इसके लिए विशेष प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। उन्होंने उम्मीद जाहिर की है कि आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता आ रहा है।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) चौधरी उदयभान सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देश के परम्परागत आर्थिक ढांचे को याद दिलाया है, जिसकी वजह से कभी देश सोने की चिड़िया के रूप में पूरे विश्व में अपनी पहचान रखता था। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देश को उम्मीद जगाई है कि इस संकट काल में अपने श्रम से भारत विश्वगुरू का दर्जा हासिल कर सकता है। हमें अपनी आवश्यकताओं का उत्पादन स्वयं करना होगा, अपने गांव में रोजगार का सृजन करें, नौजवान कौशल शिक्षा में रुची लें तो हम स्वावलंबी बन जाएंगे।
राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने कहा है कि ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ को आर्थिक ढांचे की धुरी बनाकर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में कदम बढाए जाएंगे। हर जनपद को उसकी विशेषता के अनुरूप आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। आगरा मंडल की बात करें तो आगरा में चमड़ा उद्योग, पत्थर की मीनाकारी अपनी पहचान रखती है। यहां के उत्पाद किस तरह विश्वस्तरीय ब्रांड के रूप में पहचान हासिल करें, इसके लिए प्रयास किए जाएंगे।
राज्यमंत्री ने कहा, ‘मैं आगरा का निवासी हूं, जीवन का लंबा कालखंड यही पूरा किया है, मेरी कोशिश रहेगी कि यहां के प्रत्येक नौजवान के हाथ में काम हो। प्रदेश सरकार में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री होने की वजह से मेरी पूरी कोशिश है कि यहां आत्मनिर्भरता आए।’
ताज ट्रिपेजियम जोन की चिंता
राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने कहा है कि ताज ट्रिपेजियम जोन में होने की वजह से आगरा ने बहुत कुछ खोया है। आगरा ने जो खोया है, वह उसे मिल सके, यह उनकी कोशिश है। आगरा में ग्वालियर रोड पर डिफेन्स कॉरिडोर के आधार पर एक उद्योग कॉरिडोर की शुरूआत की जाए। इसके लिए वे विशेष प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश के हस्तशिल्प, घुघरू-घंटी, फिरोजादबाद के कांच उद्योग, वाराणसी के जरी-जरदोजी, आगरा में फतेहपुर सीकरी के दरी-गलीचा उद्योग, आगरा का पेठा उद्योग आदि को बढ़ावा देने के लिए उनके मंत्रालय ने गंभीरता से काम शुरू किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ को इस अभियान के जरिए साकार करने के प्रयास हो रहे हैं।
25 किलोमीटर के दायरे का विकास है सपना
राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने कहा है कि आगरा देहात और उससे जुड़े 25 किलोमीटर के दायरे में सर्वांगीण विकास हो, यह उनका सपना है। ककुआ (मलपुरा) से सैंया होते हुए बाह, फतेहाबाद के अलावा मनिया (धौलपुर), भिंड आदि को मिलाकर ऐसा क्षेत्र विकसित होना चाहिए, जो उद्योग और कारोबार की दृष्टि से मजबूत हो। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने बहुत पहले कर दिया था कि देश के विकास का रास्ता खेत और खलियानों से होकर निकलता है। पं. दीन दयाल उपाध्याय की भी यही सोच थी कि देश की आत्मा खेत और खलियानों में बसती है। इसी कारण देहात मजबूत हो, इसके लिए उनका मंत्रालय प्रयास करेगा। एमएसएमई के प्रचार, प्रसार और स्तर में सुधार के लिए विशेष ध्यान दिया जाएगा।
ताजनगरी में इन्हें दिया जाएगा बढ़ावा
- आगरा में नूरी दरवाजे के पेठा और बताशे की पहचान और बढ़े
- खेरागढ़ के बीसलपुरा गांव में पत्थर नक्कासी का परम्परागत काम
- फतेहपुर सीकरी के दरी-गलीचा उद्योग को नई पहचान दिलानी है
- फतेहपुरसीकरी के दूरा गांव में परम्परागत रूप से बनने वाले पत्थर के खिलौने,
- आगरा का चमड़ा उद्योग का विकास, इस क्षेत्र में रोजगार सृजन
- आगरा में आलू आधारित प्रसंस्करण इंडस्ट्री स्थापित करने के प्रयास
एमएसएमई को जोड़ेंगे ई-मार्केट प्लेटफार्म से
- युवाओं को तीन श्रेणियों में बांटकर चलाई जाएगी मुहिम
- मंत्रालय बना रहा ग्रामीण युवाओं के लिए ठोस रणनीति
सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह ने कहा कि ई-कॉमर्स प्लेटफार्म को मजबूत किया जाएगा। एमएसएमई सेक्टर को ई-मार्केट के प्लेटफार्म से जोड़कर ग्रामीण युवाओं स्टार्ट-अपस और लघु उद्योग लगाने के िलए प्रेरित किया जाएगा। इसके लिए उन्हें आर्थिक मदद दिलाई जाएगी। प्रतिभाशाली युवाओं को सूक्ष्म एं लघु उद्योग लगाने की दिशा में प्रयास होंगे ताकि रोजगार के नए अवसर सृजित हो सकें। इसके लिए युवाओं को तीन श्रेणियों में बांटकर मुहिम को आगे बढ़ाया जाएगा।
चौ. उदयभान सिंह ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने एमएसएमई सेक्टर को उत्साहित करने के लिए कई योजनाओं को अमल में लाने की घोषणा की है। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। ग्रामीण युवाओं को जिन तीन श्रेणियों में बांटकर रणनीति तैयार हो रही है, उसमें पहली श्रेणी में वे ग्रामीण युवा शामिल किए जा रहे हैं, जिनमें नए उद्यम स्थापित करने की क्षमता है। उन्हें नए स्टार्ट-अप के लिए हर संभव मदद दी जाएगी। दूसरी श्रेणी में खेल-कूद में रुचि रखने वाले युवाओं के जरिए खेल-कूद की गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा और तीसरी श्रेणी के युवाओं को स्किल ट्रेनिंग के जरिए उद्यमों के लिए तैयार किया जाएगा। ई-कॉमर्स प्लेटफार्म को विकसित करके ग्राम पंचायतों/न्याय पंचायतों को इससे जोड़ा जाएगा। युवाओं को इससे लिंक किया जाएगा, ताकि वे अपना सेट-अप लगा सकें।